कानपुर में आयोजित भाजपा कार्यकर्ता बैठक के दौरान विधायक महेश त्रिवेदी के बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. बैठक में बोलते हुए उन्होंने कहा कि विधायक निधि से 10 प्रतिशत कमीशन मिल रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि निधि से कमीशन मिलना ईमानदारी की बात है.
उनके इस कथन पर मौजूद कार्यकर्ताओं ने तालियां बजाकर प्रतिक्रिया दी. यह बयान सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया है. वहीं विधायक के इस बयान ने सियासी गलियारों में हड़कंप मचा दिया है. उनके इस बयान पर राजनीति भी गरमा गई है. विधायक के इस बयान पर समाजावादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पलटवार किया है.
अखिलेश यादव ने विधायक के बयान पर किया पलटवार
इसी मामले पर जुड़े सवाल पर समाजवादी पार्टी के मुखिया ने कहा कि, 'पंचायती राज में 60 प्रतिशत, करप्शन है, सड़कें बह जा रही हैं. विधायक महेश त्रिवेदी ने भरे मंच से कमीशन खोरी का खुलासा किया, भ्रष्टाचार विमुक्त सरकार की नीतियों और ऐलान की सच्चाई बताई.'
वहीं उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि विधायक कार्यकर्ताओ से बोले हमें तो तनख्वाह भी मिल रही और विधायक निधि पर 10% कमीशन मिल रहा है तुम कार्यकर्ताओं को क्या मिल रहा है.? फिलहाल अखिलेश यादव का यह बयान चर्चाओं में आ गया है.
कमीशन को लेकर क्या बोले थे बीजेपी विधायक?
बैठक के दौरान महेश त्रिवेदी ने स्पष्ट किया कि कार्यकर्ता लगातार मेहनत कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई लाभ नहीं मिल रहा. वहीं, विधायकों को निधि से कमीशन मिलना ईमानदारी की बात बताई. फिलहाल विधायक के इस बयान पर पक्ष-विपक्ष की तरफ से लगातार प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि कम से कम इतना तो होना चाहिए कि जो लोग ऊपर हैं, वे मेहनत करें और लाभ उठाएं. इस बयान को कार्यकर्ताओं ने खुले तौर पर सुना और स्वीकार किया, जिससे यह संकेत मिला कि पार्टी के भीतर भी इस मुद्दे पर असंतोष मौजूद है.