उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची का स्पेशल इंटेसिव रिवीजन (एसआईआर) अभियान में लगे बीएलओ के लिए मुश्किल का सबब बन गया है. एसआईआर कार्य में लगे बीएलओ की मौत के मामले भी यूपी समेत कई राज्यों से सामने आ चुके हैं. अब इस मामले पर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम व समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है.

Continues below advertisement

सपा चीफ अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स (पूर्व ट्वीटर) में लिखा, "जिस तरह से SIR में बीएलओ की जान जा रही है और निर्दयी बीजेपी सरकार लोगों के दुख के लिए शोक प्रकट न करके, उल्टा जिनकी जान जा रही है, उनके ऊपर ही कामचोरी का जो आरोप लगा रही है वो बेहद निंदनीय है."

'बीजेपी के कट्टर समर्थक तक शर्मिंदा'

अखिलेश यादव ने आगे लिखा, "सत्ता के अहंकार में बीजेपी सरकार ये मानकर चल रही है कि काम के दबाव में किसी की मृत्यु होने पर भी न तो हम अपनी व्यवस्था सुधारेंगे न ही कोई मुआवजा देंगे. बीजेपी के कट्टर समर्थक तक इससे शर्मिंदा हैं और जनाक्रोश की प्रतिक्रिया के डर से उन लोगों के घर तक नहीं जा पा रहे हैं, जिनकी जान जा रही है. उनके सामाजिक संबंधों में दरार आ गयी है."

Continues below advertisement

'सत्ता के दंभ पर बीजेपी हो गई अमानवीय'

सपा चीफ ने यह कहा कि, ‘बीजेपीई’ होना एक तरह से उन लोगों के लिए नकारात्मक रूप से इस्तेमाल किया जाने लगा है, जो दंभी, अंहकारी, निर्दयी और दूसरे के दुख से सुख पाते हैं. सत्ता के दंभ में बीजेपी अमानवीय हो गयी है." गौरतलब है कि देश भर में एसआईआर कार्य में लगे बीएलओ की मौत के मामले अलग-अलग राज्यों से सामने आ चुके हैं. अब इन मौतों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है.

 ये भी पढ़ें: वाराणसी में नगर निगम की बैठक से बाहर किए इंजीनियर, लापरवाह अफसरों पर मेयर की सख्त नाराजगी