UP Assembly Election 2022: निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद (Sanjay Nishad) ने बीजेपी के यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की. प्रयागराज के सर्किट हाउस में दोनों नेताओं की अनौपचारिक मुलाकात हुई. इस दौरान विधानसभा चुनाव में गठबंधन की रणनीति, सीट शेयरिंग और आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा हुई. संजय निषाद ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही.
संजय निषाद के मुताबिक धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि निषाद पार्टी को उचित सम्मान मिलेगा. आरक्षण को लेकर भी जल्द ही निषाद पार्टी के नेताओं और अधिकारियों के बीच बैठक कराने का वायदा किया है. यूपी विधानसभा चुनाव से पहले निषादों को अलग आरक्षण की मांग को लेकर कोई बड़ा फैसला लिए जाने का भी संकेत दिया है. निषाद ने कहा कि उन्होंने सीटों की संख्या को लेकर कोई दावा नहीं किया है.
निषाद ने अनौपचारिक रूप से धर्मेंद्र प्रधान को बताया कि उनकी पार्टी यूपी में 70 सीटों पर मजबूत स्थिति में है. संजय निषाद ने दावा किया कि सीटों की संख्या और गठबंधन से ज्यादा जरूरी निषादों को अलग आरक्षण की मांग है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने एमएलसी बनाते वक्त आरक्षण की मांग एक महीने में पूरा करने का वायदा भी किया था. आज की बातचीत में धर्मेंद्र प्रधान ने यह मामला जल्द सुलझा लेने का दावा भी किया है.
5 दर्जन विधानसभा सीटों पर है खासा असर
बता दें कि, उत्तर प्रदेश की राजनीति (UP Assembly ELection 2022) में जाति आधारित पार्टियों की भूमिका महत्वपूर्ण है. ये पार्टियां मुख्य तौर पर पिछड़ी जातियों की हैं. इन्हीं पिछड़ी जातियों में से एक प्रमुख जाति है, निषाद. मछली मारने या जिनकी रोजी-रोटी नदियों-तालाबों पर निर्भर है, वैसी जातियां इसमें आती हैं. इसमें केवट, बिंद, मल्लाह, कश्यप, नोनिया, मांझी, गोंड जैसी जातियां हैं. उत्तर प्रदेश की करीब 5 दर्जन विधानसभा सीटों पर इनकी अच्छी-खासी आबादी है. इसलिए निषाद समुदाय राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण बन गया है.
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