फर्जी वोटिंग को लेकर इंडिया गठबंधन के नेताओं का सड़क से लेकर संसद तक विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी बीच एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान समाजवादी पार्टी से चंदौली के सांसद वीरेंद्र सिंह ने चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर जुबानी हमला बोला. 

उन्होंने कहा कि - SIR के जरिए गरीबों के वोट लूटने का काम भारतीय जनता पार्टी और इलेक्शन कमीशन कर रहा है. उस पर कैसे रोक लगाई जाए उनके अधिकार को कोई छीन ना सके, हमारा यही प्रयास है.

फर्जी वोटिंग को लेकर क्या बोले सासंद?

वहीं सपा सांसद ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि - बीते 2024 लोकसभा चुनाव में अगर बेईमानी नहीं हुई होती तो हमारी 50 से अधिक सीट होती, 7-8 सीट जहां कम मार्जिन है वहां पर हम जीत रहे थे, वहां इलेक्शन कमीशन से मिलकर बेईमानी हुई है. 

वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा की अगर सब कुछ ठीक रहता तो लोकसभा चुनाव वाराणसी में भी जीत का मार्जिन 50 हजार से अधिक नहीं रहता, यह सच है. इलेक्शन कमीशन द्वारा राहुल गांधी के एफिडेविट जमा करने वाले विषय पर बचाव करते हुए वीरेंद्र सिंह ने कहा कि - 18000 एफिडेविट हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इलेक्शन कमीशन को दिया है, लेकिन उसका जवाब नहीं आया.

अनिरुद्धाचार्य के बयान पर तोड़ी चु्प्पी

 एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान सांसद वीरेंद्र सिंह ने अनिरुद्धाचार्य के बयान को लेकर कहा कि -  उन्होंने क्या बयान दिया है. हम इस पर नहीं जाना चाहते लेकिन सरकार क्या कार्रवाई कर रही है यह महत्वपूर्ण है. सरकार जब A फॉर अखिलेश पढ़ने पर एफआईआर दर्ज कर रही है तो इस पर क्यों नहीं संज्ञान लेती है. हमारे माता बहनों पर अभद्र टिप्पणी करने वाले किसी भी व्यक्ति चाहे वह बाबा हो या ऐसे लोग हो उन पर क्यों नहीं संज्ञान लिया गया.

कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महिलाओं औरतों के ऊपर लगातार टिप्पणी कर रहे हैं. उनके ऊपर FIR नहीं हो रहा है और PDA पाठशाला वाले लोगों पर FIR हो गया, यह कैसी सरकार है. हमने तो ऐसी सरकार सपने में भी नहीं देखी. कहां गया महिला आयोग, बुलडोजर सभी खामोश है. अनिरुद्धाचार्य वाले बयान पर तो लगता है की यहां कानून व्यवस्था के मामले पर सरकार की दोहरी नीति है.

ट्रंप के टैरिफ मामले पर प्रधानमंत्री के साथ

अमेरिका के टैरिफ लगाने वाले विषय पर सपा नेता ने कहा की इस विषय पर हम प्रधानमंत्री जी के साथ हैं. भारत की हर ऐसी परिस्थिति को लेकर हम अपने प्रधानमंत्री के साथ हैं. लेकिन विदेश नीति की गलतियों को सुधारने के लिए हमारे सवाल हैं. उसको हम उठाएंगे और भारतीय जनता पार्टी के लोगों को जवाब देना होगा.