UP Board Result 2024: बुंदेलखंड का कश्मीर कहे जाने वाले महोबा जनपद के चरखारी कस्बे में रहने वाली सरकारी विद्यालय की छात्रा ने इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रदेश में सातवां और जिले में पहला स्थान पाया है तो वहीं हाई स्कूल में भी चरखारी कस्बे के ही छात्र ने पहला स्थान पाकर जिले का नाम रोशन कर दिया है. इंटरमीडिएट में पहला स्थान पाने वाली छात्रा मेडिकल लाइन में जाकर देश की सेवा करने की इच्छा जता रही है जबकि हाई स्कूल में जिले में टॉपर रहे छात्र ने आईएएस बनने की बात कही है.


आपको बता दे कि सोनाली वर्मा चरखारी कस्बे में संचालित गवर्नमेंट इंटर कॉलेज की छात्रा है. सोनाली बताती है कि वह अपने माता-पिता के मार्गदर्शन के साथ-साथ अध्यापकों के द्वारा बताए गए अनुशासन के अंतर्गत अपनी पढ़ाई को पूरा करती चली आ रही है. जिसका परिणाम उसे आज जिले में टॉपर के रूप में मिला है. उसने अपनी कामयाबी के लिए विद्यालय अध्यापकों और अपने पिता का विशेष योगदान बताया है. वह बताती है कि उसकी सबसे बड़ी बहन शिवानी बीटीसी कर रही है. जबकि उसका भाई ध्रुव प्रताप पिछले वर्ष हाई स्कूल में जिले में पहला स्थान का चुका है और छोटी बहन दिव्यांशी कक्षा 8 की छात्रा है.


एक कस्बे से निकले दो जिला टॉपर
बुंदेलखंड के कश्मीर के नाम से चर्चित जनपद के चरखारी कस्बे से ही जिले के दोनों टॉपर निकले हैं. इंटरमीडिएट में सरकारी बालिका इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा ने टॉप किया वहीं हाईस्कूल में छात्र जिला टॉप निकला है. आपको बता दें कि चरखारी कस्बे के मोहल्ला नजर मार्केट निवासी पुष्पेंद्र सिंह वर्मा बल्लाएं गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में अध्यापक हैं. जिसके चलते इन्होंने अपने बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी इतनी शिद्दत से निभाई कि उनकी पुत्री सोनाली वर्मा ने इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रदेश में सातवां और जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है. 


'सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखें'
सोनाली की माने तो वह अपने घर में शिक्षा को लेकर बेहद सजग रही है. उसने अन्य बच्चों से अपील की है कि अपनी शिक्षा के दौरान सोशल मीडिया से बिल्कुल दूरी बनाकर रखें और मोबाइल का उपयोग अधिक न करें. मोबाइल का उपयोग सिर्फ अपनी शिक्षा संबंधी कार्यों के लिए करें तभी आप सफलता पा सकते हैं. सोनाली कि कामयाबी पर उसके पिता बेहद प्रसन्न है वह बताते हैं कि उनके द्वारा अपनी पुत्री की शिक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया गया. वो खुद सरकारी विद्यालय में अध्यापक है ऐसे में शिक्षा की अहमियत को समझते है. 


सोनाली को डॉक्टर बनाना चाहते है उसके पिता
सोनाली कि कामयाबी पर उसके पिता बेहद प्रसन्न है वह बताते हैं कि उनके द्वारा अपनी पुत्री की शिक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया गया. वो खुद सरकारी विद्यालय में अध्यापक है ऐसे में शिक्षा की अहमियत को समझते है. स्कूल के बाद घर में आकर अपनी बच्ची को खुद पढ़ाया करते थे जिसका परिणाम उन्हें मिला है और उम्मीद है कि उनकी पुत्री मेडिकल लाइन में जाकर डॉक्टर बनेगी और जिले का नाम रोशन करेगी.


'आईएएस बनना चाहते है रुद्र'
 कस्बा चरखारी के ही विद्या मंदिर विद्यालय में पढ़ने वाले रुद्र प्रताप सिंह ने हाई स्कूल में 96.83 फ़ीसदी अंक पाकर विद्यालय का मान बढ़ाया. छात्र रुद्रप्रताप सिंह के पिता प्रमोद कुमार खुद इसी विद्यालय में शिक्षक है. जबकि उनकी मां सुनैना सिंह एक ग्रहणी है. रुद्र प्रताप सिंह शिक्षा को लेकर उनके पिता की मेहनत साफ देखने को मिल रही है. जिले में पहला स्थान पाकर छात्र ने चरखारी कस्बा और जिले का नाम रोशन किया है. 581/600 अंक प्राप्त किए हैं और वह आगे यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईएएस बनने की तमन्ना रखता है. उसकी इस सफलता पर विद्यालय के प्रधानाचार्य, अध्यापकों में खासा उत्साह है. 


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