UP Board 10th Result 2022: जहां एक तरफ प्रदेश की सूची में भाई-बहन दोनों का नाम आने पर परिवार वाले फूले नहीं समा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ रायबरेली के लोग भी गौरवांवित महसूस कर रहे हैं क्योंकि जनपद से हाईस्कूल (UP Board 10th Result) और इंटरमीडिएट (UP Board 12th Result) की प्रदेश मेरिट लिस्ट में चार बच्चों ने अपना नाम दर्ज कराया. अथर्व ने हाई स्कूल में प्रदेश की सूची में पांचवा स्थान तो उसी की सगी बहन आस्था इंटरमीडिएट परीक्षा की प्रदेश सूची में सातवां स्थान प्राप्त किया. 


जबकि हाई स्कूल की प्रदेश मेरिट सूची में सातवां स्थान कशिश यादव और आठवां स्थान अजय प्रताप सिंह को मिला. बच्चों की इस उपलब्धि पर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह ने बधाई दी और हर संभव मदद का आश्वासन दिया.


क्या करते हैं पिता?
डलमऊ कस्बे के मुराई बाग में रहने वाले प्रभाकर श्रीवास्तव का बेटा अथर्व श्रीवास्तव हाई स्कूल की परीक्षा में प्रदेश में पांचवा स्थान प्राप्त किया है. वही इन्हीं की बेटी आस्था श्रीवास्तव प्रदेश की सूची में सातवां स्थान और जनपद में पहला स्थान प्राप्त कर नाम रोशन किया है. प्रभाकर बेसिक शिक्षा विभाग में अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं. जबकि बच्चों की मां दीपशिखा श्रीवास्तव ग्रहणी है. अथर्व और आस्था दोनों पर प्रभाकर और दीपशिखा ने पढ़ने के लिए कोई दबाव नहीं बनाया.


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क्या बोले अथर्व?
अथर्व श्रीवास्तव ने बताया कि कभी खेलने, बाहर जाने, टीवी देखने के लिए हम लोगों को हमारे पेरेंट्स ने मना नहीं किया, लेकिन 5 से 6 घंटे जब हम लोग पढ़ते थे तो पूरी एकाग्रता के साथ. इसलिए बहुत ज्यादा पढ़ने का मतलब सफलता पाना नहीं होता है. जितना पढ़िए कि उतना दिमाग में बैठ जाए. सफलता का श्रेय माता-पिता परिवारी जन के साथ-साथ गुरुजनों को देना अथर्व और आस्था नहीं भूले.


क्या है लक्ष्य?
जनपद का नाम रोशन करने वाले अथर्व और आस्था दोनों नीट की तैयारी करके डॉक्टर बनना चाहते हैं. इन दोनों का मानना है कि डॉक्टर ही एक ऐसा पेशा है जो शहर से लेकर गांव तक के लोगों की सेवा करने में महती भूमिका अदा करता है. इसी तरह कशिश और अजय भी सिविल सेवा और डॉक्टर इंजीनियर बन कर समाज सेवा करने में रुचि रखते हैं. सभी मेधावी एक साधारण से परिवार में जन्मे हैं और उनकी शिक्षा-दीक्षा है भी बड़े ही साधारण तरीके से हुई है. लेकिन कठिन परिश्रम मेहनत और लगन के बल पर इन सभी ने जनपद का नाम रोशन किया है.


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