उत्तर प्रदेश में सपा (Samajwadi Party)-आरएलडी (RLD) गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. इसकी मिशाल है बिजनौर सदर सीट पर जारी विवाद. दरअसल इस सीट पर सपा और रालोद दोनों के उम्मीदवार आमने सामने हैं.  दोनों दलों ने अपने अपने उम्मीदवार को सिंबल दे दिया है. लेकिन अब तक यह साफ नहीं हुआ है कि चुनाव कौन लड़ेगा.  इससे गठबंधन की गुत्थी अभी उलझी हुई है. 


सपा और आरएलडी के नेता क्या दावे कर रहे हैं


बिजनौर सदर सीट से आरएलडी ने डॉक्टर नीरज चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. उन्हें सिंबल भी जारी कर दिया गया है. वहीं सपा नेता डॉ रमेश तोमर का दावा है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश ने उन्हें सिंबल दिया है. लेकिन उन्होंने अबतक नामांकन नहीं किया है. तोमर का दावा है कि वो ही गठबंधन के उम्मीदवार हैं. उनका कहना है कि सपा प्रमुख के आदेश पर वह चुनाव मैदान में उतर कर जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा है कि वो जल्द ही नामांकन दाखिल करेंगे. 


UP Election 2022: मेरठ में स्वतंत्र देव सिंह बोले- कुर्ता फैलाकर वोट की भीख मांगता हूं ताकि...


सपा और आरएलडी गठबंधन में विवाद केवल बिजनौर सीट पर ही नहीं है. यह बागपत से लेकर मथुरा तक फैला हुआ है. हालांकि कुछ जगह विवाद सुलझ गया है तो कई जगह अभी भी विवाद जारी है. यह विवाद दोनों दलों के भविष्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है.  इसका असर जिले की 8 सीटों पर पड़ सकता है.बिजनौर की सभी 8 विधानसभा क्षेत्रों में दूसरे चरण में 14 फरवरी को मतादन होगा. इसके लिए नामांकन दाखिल करने की 28 जनवरी अंतिम तिथि है. प्रत्याशी 31 जनवरी तक अपने नाम वापस ले सकते हैं. 


बिजनौर में कहां से कौन लड़ रहा है चुनाव


बिजनौर में सपा ने नजीबाबाद से अपने विधायक तसलीम अहमद और नगीना से विधायक मनोज पारस को उम्मीदवार बनाया है. वहीं बढ़ापुर से कपिल कुमार, धामपुर से विधायक नईमल हसन, चांदपुर से पूर्व मंत्री स्वामी ओमवेश और नूरपुर से रामअवतार सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है. वहीं नहटौर विधानसभा सीट से आरएलडी ने मुंशीराम पाल को उम्मीदवार बनाया है. 


'प्रशासन की ऐसी की तैसी, 16 बार जेल जा चुका हूं', सपा प्रत्याशी मुखिया गुर्जर का वीडियो देखें