उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव (UP Assembly Election) अगले साल होने है. ऐसे में विधायकों का पाला और निष्ठा बदलने का खेल अब शुरू हो गया है. बसपा (BSP)के 6 बागी विधायक शनिवार को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) में शामिल हो गए. ये विधायक पिछले काफी समय से बगावती तेवर अपनाए हुए थे. यहां तक कि उन्होंने राज्यसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार को वोट किया था. आइए जानते हैं उत्तर प्रदेश के कुछ ऐसे ही बागी विधायकों के बारे में जिन्होंने अपनी निष्ठा बदल ली है. 


बसपा के किन विधायकों ने ली सपा की सदस्यता


सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में बसपा के जो 6 विधायक सपा में शामिल हुए. इनमें श्रावस्ती के भिनगा से जीते असलम राइनी, प्रयागराज की हंडिया सीट से जीते हाकिम लाल बिंद और प्रतापपुर आयात से जीते हाजी मोहम्मद मुजतबा सिद्दीकी, सीतापुर की सिधौली से जीते हरगोविंद भार्गव, जौनपुर के बादशाहपुर से जीते डॉक्टर सुषमा पटेल और गाजियाबाद के धौलाना से जीते असलम चौधरी शामिल हैं. पिछले चुनाव में बसपा ने 19 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं बसपा ने मऊ से जीते बाहुबली मुख्तार अंसारी को पहले ही टिकट न देने की घोषणा कर रखी है. आज जो विधायक सपा में शामिल हुए हैं, उम्मीद की जा रही है कि सपा उनके विधानसभा चुनाव का टिकट देगी.


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वहीं बसपा के विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करने वाली सपा को भी अगले कुछ दिनों में झटका लग सकता है. अमेठी के गौरीगंज विधानसभा सीट से जीते सपा के राकेश प्रताप सिंह विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने सपा के कांग्रेस मोहम्मद यासीन को 26 हजार 421 वोट के बड़े अंतर से हराया था. राकेश सिंह अब बीजेपी के काफी नजदीक बताए जा रहे हैं.


कांग्रेस के किन विधायकों ने की है पार्टी से बगावत


उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का अबतक का सबसे खराब प्रदर्शन रहा था. कांग्रेस ने सपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था. उसे केवल 7 सीटें ही मिली थीं. कांग्रेस के 7 में से 2 विधायक बगावत कर चुके हैं. रायबरेली सदर सीट से जीतीं अदिति सिंह और हरचंदपुर सीट से जीते राकेश सिंह कांग्रेस के बीजेपी में शामिल होने या निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की संभावना है. 


वहीं भदोही के ज्ञानपुर सीट से निषाद पार्टी के टिकट पर जीते विजय मिश्र भी पार्टी बदल सकते हैं. निषाद पार्टी ने बीजेपी के साथ चुनावी समझौता किया है. प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने विजय मिश्र के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. इस समय वो आगरा जेल में बंद हैं. विजय मिश्र सपा प्रमुख अखिलेश यादव से नजदीकियां बढ़ा रहे हैं. 


ऐसी खबरें हैं कि पार्टी की उम्मीदों और मापदंड़ों पर खरा न उतर पाने वाले करीब 150 विधायकों का टिकट कट सकता है. वैसे में आने वाले दिनों में बीजेपी में भी भगदड़ दिख सकती है.  


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