UP Assembly Election 2022: मिशन यूपी पर निकले एआईएमआईएम (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के दौरे का आज तीसरा दिन है. आज बाराबंकी में ओवैसी वंचित-शोषित समाज सम्मेलन को संबोधित कर रहे हैं. यूपी दौरे के पहले दिन यानी मंगलवार को ओवैसी ने अयोध्या के रुदौली में रैली की थी. दूसरे दिन यानी बुधवार को सुल्तानपुर में ओवैसी की रैली हुई और आज ओवैसी बाराबंकी में हैं.


एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी यूपी दौरे के तीसरे और अंतिम दिन आज बाराबंकी में वंचित शोषित समाज सम्मेलन समारोह को सम्बोधित करेंगे. हालांकि जिला प्रशासन ने उनके होने वाले कार्यक्रमों की परमीशन नहीं दी है. इस बीच यूपी चुनाव में मुस्लिमों को लुभाने की कोशिश में लगे असदुद्दीन ओवैसी ने सुल्तानपुर में फिर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यूपी सबसे बड़ी रियासत है, 19 फीसदी मुस्लिम हैं, आप सबको एक तरफ आना होगा. यूपी में जहां पर हर बिरादरी की एक सियासी आवाज है, नुमाइंदा है, मुस्लिमों का कौन है, आपने किसे अपना नेता बनाया.


ओवैसी ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी दो बार प्रधानमंत्री अखिलेश और मायावती की नासमझी की वजह से बने. उन्होंने उत्तर प्रदेश के अपने दौरे के दूसरे दिन विरोधियों के उन आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें उन्हें राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में वोट काटने वाले के रूप में पेश किया गया था.


क्या मुसलमान कैदी है?- ओवैसी


असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'कहा जाता है ओवैसी लड़ेगा तो वोट काट देगा. सुल्तानपुर में आप सबने अखिलेश यादव को झोली भरकर वोट दिया तो सूर्या (सूर्यभान सिंह बीजेपी विधायक) कैसे जीते? 2019 में लोकसभा के चुनाव में सुल्तानपुर से बीजेपी कैसे जीती, तब ओवैसी तो चुनाव नहीं लड़ रहा था. क्या अखिलेश यादव ने कहा कि हिंदू ने वोट नहीं किया इसलिए हारे? वह क्यों मुसलमानों को कहते हैं कि उन लोगों ने वोट नहीं दिया, क्या मुसलमान कैदी है?'


समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पर तीखा हमला करते हुए ओवैसी ने पूछा, 'क्या मुसलमान आपके गुलाम हैं?' उन्होंने कहा, 'अखिलेश और मायावती की नासमझी के कारण नरेंद्र मोदी दो बार प्रधानमंत्री बने.' हालांकि वह इस बारे में कुछ विस्तार से नहीं बोले.


ये भी पढ़ें:


बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की BSP से हो सकती है छुट्टी, यूपी चुनाव में टिकट नहीं देगी पार्टी


Dengue in UP: डेंगू और वायरल बुखार से हुई मौतों पर मायावती ने जताई चिंता, बोंलीं- ध्यान दे योगी सरकार