उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है हवा में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के कई जिलों में हवा जहरीली हो रही हैं, जिसकी वजह से लोगों का साँस लेना तक मुश्किल होता जा रहा है. सबसे बुरा हाल पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दिल्ली से जिलों का है, जहां हवा ख़राब से बहुत खराब की श्रेणी में पहुंच गई हैं. 

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दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, बागपत समेत कई जिलों में सर्दी के साथ हवा भी जहरीली होती जा रही है. इन जिलों में हालात हवा में प्रदूषण का स्तर 250 से 350 के बीच दर्ज किया गया है. जबकि आगरा, अलीगढ़, सहारनपुर, हापुड़ में भी हवा में प्रदूषण का स्तर लोगों की सेहत को नुक़सान पहुंचा रहा है. 

यूपी में अगले पांच दिन बारिश के आसार

मौसम विभाग ने आज प्रदेश के दोनों संभागों में कई जगहों पर गरज चमक के साथ बारिश का अनुमान जताया है जिससे प्रदूषण से लोगों को राहत मिल सकती है. एक नवंबर तक प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी रहने का अनुमान हैं. ऐसे में कुछ समय के लिए प्रदूषित हवा से राहत मिलने के आसार है.  

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सर्दी के साथ नोएडा-गाजियाबाद में बढ़ा प्रदूषण

प्रदेश में ठंड के साथ प्रदूषण की परेशानी बढ़ती जा रही हैं. इसका असर नोएडा और गाजियाबाद में तो साफ़ तौर पर दिखाई दे रहा है. कई जगहों पर तो हाल ऐसा ही दिनभर स्मॉग की एक हल्की परत छाई रहती हैं. सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को हो रही हैं. 

ख़राब हवा के चलते इन जगहों पर लोगों ने सुबह के समय की सैर पर जाना भी कम कर दिया है. एक तरफ़ सर्दी और दूसरी तरफ ख़राब होती हवा लोगों पर दोहरा कहर बनकर टूट रही है. राजधानी लखनऊ में भी हवा खराब श्रेणी में पहुँच गई हैं. यहां केंद्रीय विद्यालय के आसपास हवा में प्रदूषण का स्तर 205 रिकॉर्ड किया गया. 

यूपी के टॉप पांच प्रदूषित शहर

नोएडा की बात करें तो यहां के सेक्टर-1 में हवा का एक्यूआई 313 और सेक्टर 116 में हवा का एक्यूआई 333 रिकॉर्ड किया गया. वहीं ग्रेटर नोएडा में नॉलेज पार्क में हवा में प्रदूषण का स्तर 305 दर्ज किया गया. जो बेहद ख़राब हवा की श्रेणी में आता है.  

गाजियाबाद के लोनी में हवा का एक्यूआई 271, वसुंधरा इलाके में हवा का एक्यूआई 298 तक दर्ज किया गया. वहीं मेरठ के पल्लवपुरम फेस 2 में 297, बुलंदशहर में 260, बागपत में 260 और हापुड़ में AQI लेवल 236 तक रहा जो ख़राब श्रेणी में आता है. 

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