उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने ख़ास अंदाज़ और सख्त प्रशासक के तौर पर जाने जाते हैं. लेकिन वो कैसे इस पद तक पहुंचे इसका खुलासा केंद्रीय उद्योग और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने किया है. उन्होंने बताया कि कैसे जब योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनने का ऐलान हुआ तो वो खुद इसके साक्षी बन गए.
दरअसल रविवार (14 दिसंबर) को भारतीय जनता पार्टी ने यूपी बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी के नाम का ऐलान किया. इस अवसर पर पार्टी की ओर से लखनऊ में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें पीयूष गोयल भी पहुंचे थे. उन्होंने ही पंकज चौधरी को बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दिए जाने का ऐलान किया.
पीयूष गोयल ने सुनाई योगी के सीएम बनने की कहानी
इस कार्यक्रम के दौरान जब पीयूष गोयल भारतीय जनता पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित कर रहे थे, तो उन्होंने योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने की कहानी बताई और यूपी के प्रति अपने खास जुड़ाव का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि यूपी के साथ उनका संबंध कुछ ज्यादा घनिष्ठ है.
पीयूष गोयल ने कहा कि हम विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी के सदस्य हैं. हमारे यहां जितने लोकतांत्रिक तरीके से सदस्य बनाने और राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने का काम आपसी समन्वय से होता है वो अकल्पनीय है. इसी दौरान उन्होंने योगी के सीएम बनने की कहानी बताई.
पीयूष गोयल के आवास पर तय हुआ था नाम
केंद्रीय मंत्री ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद सरकार बनने के वक्त को याद करते हुए कहा कि "मेरा तो सौभाग्य भी है.. योगी जी को याद होगा जब वो क्षण आया.. जब उस समय के बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अमित शाह जी ने योगी आदित्यनाथ को सूचना दी कि आपको लखनऊ जाना है और उत्तर प्रदेश की कमान संभालनी है तो मेरे घर पर नई दिल्ली में थे. तो मेरा जुड़ाव उत्तर प्रदेश से कुछ ज्यादा ही घनिष्ठ ही रहा हैं.
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी सख्त छवि और अपराधियों के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति के लिए जाने जाते हैं. यूपी की सत्ता संभालने के बाद कई राज्यों में उनकी नीतियां अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. कई बार तो लोग अपने राज्यों में भी उनके जैसे सीएम बनाने जाने की माँग करते हैं.