UP News: अनएकेडमी (Unacademy) के एक टीचर को नौकरी से निकाले जाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है. अब इस विवाद पर भीम आर्मी (Bhim Army) के संस्थापक और आजाद समाज पार्टी (Aazad Samaj Party) के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद (Chandra Shekhar Aazad) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. चंद्रशेखर आजाद ने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर एक पोस्ट कर कहा है कि 21वीं सदी का नया भारत जिसमें एक शिक्षक करण सांगवान को सिर्फ यह बोलने पर नौकरी से निकाल दिया जाता है कि पढ़े-लिखे नेता को ही वोट देना. वही दूसरी तरफ प्रधानमंत्री के सलाहकार संविधान बदलने की बात कर देश के 85 फीसदी लोगों की भावनाओं को सीधा आघात पहुंचाकर भी पद पर बने हुए हैं.


गौरतलब है कि शिक्षित उम्मीदवारों को वोट देने के लिए कहकर चर्चा में आए शिक्षक को एडटेक प्लेटफॉर्म अनएकेडमी ने बर्खास्त कर दिया था. अनएकेडमी के कानूनी संकाय करण सांगवान ने संसद में पेश आईपीसी, सीआरपीसी से संबंधित बिलों पर सवाल उठाए थे. एक वीडियो में शिक्षक ने अपने छात्रों से अगली बार शिक्षित उम्मीदवारों को वोट देने की अपील की थी. इस अपील के बाद अनएकेडमी ने शिक्षक को यह कहते हुए बर्खास्त कर दिया कि कक्षा व्यक्तिगत राय और विचार साझा करने के लिए सही जगह नहीं है.



'हम टीचर करण सांगवान को हटाने के लिए मजबूर हैं'


अनएकेडमी ग्रुप के सह-संस्थापक रोमन सैनी ने कहा, "हम जो कुछ भी करते हैं उसके केंद्र में हमारे शिक्षार्थी होते हैं. कक्षा व्यक्तिगत राय और विचार साझा करने की जगह नहीं है, क्योंकि वे उन्हें गलत तरीके से प्रभावित कर सकते हैं. करण सांगवान आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे थे. ऐसी स्थिति में हम उन्‍हें हटाने के लिए मजबूर हैं.'' उन्होंने यह भी कहा, "हम एक शिक्षा मंच हैं, जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. ऐसा करने के लिए हमने अपने सभी शिक्षकों के लिए एक सख्त आचार संहिता लागू की है, इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हमारे शिक्षार्थियों को निष्पक्ष ज्ञान तक पहुंच प्राप्त हो."


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