उत्तराखंड की उधम सिंह नगर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है जहां पर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने रुस गए युवक को वहां के कुछ अधिकारियों ने जबरन सैनिक बना दिया और रूस यूक्रेन युद्ध में भेज दिया.

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यहां तक की युवक को आधुनिक हथियार भी दिए गए हैं युवक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है युवक ने वीडियो के सर यह अपने परिजनों से और भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है.

यहां का है पूरा मामला 

अभी तक जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बदायूं दातागंज के रहने वाले राकेश मोर्य पुत्र राजबहादुर मौर्य वर्तमान में उधम सिंह नगर जिले के सितारगंज तहसील में शक्ति फार्म के निवासी थे जो के बीती 7 अगस्त को स्टूडेंट विजा पर रुस गए थे जिसके बाद सेंट पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय में उनकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई चल रही थी लेकिन 10 दिनों के बाद उनके परिवार से अचानक संपर्क टूट गया.

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इतना ही नहीं हाल ही में एक अज्ञात नंबर से राकेश के परिजनों को कॉल आया जिसमें उन्होंने बताया कि रूसी सैन्य अधिकारियों ने उनका पासपोर्ट और दस्तावेज जप्त कर लिए हैं और उन्हें यूक्रेन के दो बस क्षेत्र में सैन्य प्रशिक्षण दिया गया है. 

इसके बाद उन्हें युद्ध के मोर्चे पर भेज दिया गया राकेश का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह रूस के सैनिक की वर्दी और आधुनिक हथियारों से लेस होकर खुद का दर्द बयां करते हुए दिखाई दे रहे हैं.

वीडियो जारी कर छात्र ने सुनाई आपबीती

इस वीडियो में राकेश का कहना है कि उन्हें जबरन रस प्रशासन ने सैनिक बनकर यूक्रेन के साथ जंग में भेज दिया है जिसका वीडियो वायरल होते ही पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया वहीं राकेश के पिता राज और माता सोनी ने एबीपी लाइव से बात करते हुए बताया कि 30 अगस्त को उनकी राकेश से बात हुई थी तब राकेश हिमाचल में नौकरी कर रहे थे इस दौरान राकेश ने उन्हें बताया कि 3 महीने के बाद आकर शादी कर लेंगे लेकिन तभी राकेश के रूस में सैनिक होने के सूचना उन्हें मिली जिसके बाद पूरा परिवार चिंता में पड़ गया है.

राकेश के पिता ने बताया कि उनका पुत्र ऑनलाइन जॉब करता है जिसके सिलसिले में कभी हिमाचल तो कभी शिमला जैसी जगहों पर आता जाता रहता है वह रस कब पहुंचा इसकी कोई जानकारी उनके पास नहीं है उन्होंने बताया कि राकेश तीन भाइयों में सबसे बड़ा है जबकि राकेश का एक भाई बेंगलुरु में जॉब करता है जबकि दूसरा भाई बीटेक की तैयारी कर रहा है.

परिजनों ने सरकार से की ये मांग

राकेश के परिजनों ने राकेश को रस से भारत लाने की मांग की है राकेश ने कक्षा 1 से 5 तक की पढ़ाई बढ़िया से की जिसके बाद 6 से इंटरमीडिएट की परीक्षा शक्ति फार्म के कॉलेज में की खटीमा महाविद्यालय में बीएससी करने के बाद राकेश हल्द्वानी पढ़ाई करने निकल गए थे.

इसके बाद वह ऑनलाइन जॉब करते थे वह कब विदेश चला गया इसकी जानकारी उसके परिजनों को भी नहीं है इसका पता है उन लोगों को राकेश के वीडियो मिलने के बाद हुई राकेश के परिजनों ने और राकेश की मंगेतर ने भारत सरकार से गुहार लगाई है कि राकेश को जल्द से जल्द भारत लाया जाए.