महोबा जनपद में देर रात एक जघन्य वारदात सामने आई. ठीक उसी जगह, जहां 9 वर्ष पूर्व उसने ग्रामीण की हत्या की थी, वहीं अब खुद 45 वर्षीय हत्यारोपी युवक को धारदार हथियार से ताबड़तोड़ प्रहार कर पत्थर से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया गया.
गांव में खून से लथपथ शव मिलने से हड़कंप मच गया. सूचना पर एसपी, एएसपी और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.
घटना पर एक नजर
आपको बता दें कि वारदात शहर कोतवाली क्षेत्र के कालीपहाड़ी गांव की है. जहां वर्ष 2016 में बृजेंद्र राजपूत ने महज 50 रुपए के लेनदेन के विवाद में जयपाल नामक युवक की हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद जयपाल का परिवार रंजिश की वजह से गांव छोड़कर चरखारी कस्बे में रहने लगा.
बृजेंद्र इस मामले में जेल गया था जहां उसे आजीवन कारावास किस सजा मिली थी और करीब एक वर्ष पूर्व 2024 में जमानत पर रिहा होकर पिता परशुराम के साथ चरखारी में रह रहा था.
पिता परशुराम ने बताया कि सोमवार को उसकी अदालत में पेशी थी, जिस पर वह महोबा आया था. अदालत से तारीख कर निकलने के बाद वह घर नहीं लौटा. जब रात तक उसका कुछ पता नहीं चला तो पिता परशुराम ने तलाश शुरू की. इस दौरान कालीपहाड़ी गांव में उसी स्थान के पास बृजेंद्र का खून से लथपथ शव मिला, जहां 9 साल पहले जयपाल की हत्या हुई थी.
मृतक की मां ने क्या बताया?
मृतक की मां मझलीबाई ने बताया कि जयपाल की हत्या के बाद उनका परिवार प्रताड़ित हो रहा था और डर के कारण हम सभी ने गांव छोड़ दिया था. बेटा मुकदमें की तारीख में गया था और फिर उसका शव खून से लथपथ मिला है. आरोप है कि जयपाल के पुत्र और भतीजों ने हत्या की है. 6 नामजद आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी गई है.
इस सूचना पर एसपी प्रबल प्रताप सिंह, एएसपी वंदना सिंह और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और साक्ष्य संकलन किया गया है. पिता परशुराम राजपूत ने आरोप लगाया कि इस वारदात के पीछे जयपाल के पुत्र और भतीजों का हाथ है. उन्होंने कहा कि पुरानी रंजिश के चलते ही बेटे की हत्या की गई है.
पुलिस ने मौके से जुटाए सबूत
पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिक टीम लगाई है और हर पहलू पर बारीकी से जांच की जा रही है. एएसपी वंदना सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला पुरानी रंजिश से जुड़ा हुआ है.
पूर्व में जयपाल की हत्या हुई थी जिसका आरोप बृजेंद्र पर लगा था और अब बृजेंद्र राजपूत की हत्या हुई है जिसका आरोप जयपाल के पुत्र और भतीजों पर लगा है. जिसमें मुकदमा दर्ज किया गया है.बृजेंद्र कालीपहाड़ी गांव कैसे पहुंचा और हत्या में कौन-कौन शामिल था, इसे लेकर पुलिस जांच में जुटी है.