Udham Singh Nagar News: उधम सिंह नगर जनपद पुलिस ने आदर्श आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए चलाई गई चेकिंग अभियान में बड़ी सफलता हाथ हासिल की है. पुलिस के द्वारा चेकिंग के दौरान 33 लाख रुपए की नगदी को पकड़ा गया. पुलिस ने कार सवार तीन लोगों से 33 लाख रुपए की नगदी को पकड़ा. और जब कोई कागज नहीं दिखाए गए तो पुलिस ने नगदी को जब्त कर इनकम टैक्स को नगदी के सम्बन्ध में जानकारी दी है. जिले के एसएसपी मंजुनाथ टीसी के द्वारा 33 लाख रुपए जब्त करने वाली टीम को अपने कार्य के प्रति सजग रहने पर बधाई दी है.


उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव की पांच सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है. इसको लेकर चुनाव आयोग द्वारा देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई थी, आदर्श आचार संहिता का पालन करने के लिए उधम सिंह नगर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के द्वारा अलग-अलग टीमों का गठन किया है. इसी के तहत टीम को 50 हजार से अधिक की नगदी इधर से उधर ले जाने वालों पर भी नजर रखने के लिए लगाया गया था. जहां पुलिस को चेकिंग के दौरान 33 लाख नकद बरामद हुए.


पुलिस ने किए नकद 33 लाख जब्त
जनपद पुलिस के द्वारा आईटीआई थाना क्षेत्र के आईजीएल फैक्ट्री रोड के पास से दोहरी परसा गुरुद्वारे के पास चेकिंग करते हुए एक स्विफ्ट डिजायर कार रजिस्ट्रेशन नंबर UK18G4005 की चेकिंग की गई. कार के डैशबोर्ड में रखें 33 लाख रुपए पुलिस ने कब्जे में लिए कार में सवार मानवेंद्र दास पुत्र एमके दास निवासी आवास विकास काशीपुर, अमित कुमार पुत्र गुलाब सिंह निवासी द्रोण बिहार काशीपुर और गुरदीप सिंह पुत्र प्रीतम सिंह निवासी जसपुर खुर्द थाना आईटीआई से पुलिस के द्वारा नगदी के सम्बन्ध में पूछताछ की गई तो तीनों ही लोग नकदी के बारे में कोई अहम जानकारी नहीं दे पाए. 


कार सवार नहीं दिखा पाए नकदी का रिकॉर्ड
जनपद के एसएसपी मंजूनाथ टीसी के द्वारा बताया गया कि आईटीआई थाना पुलिस के द्वारा मुखबिर की सूचना पर क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया गया. इस दौरान एक कार से 33 लाख रुपए की नगदी को बरामद किया गया. जिसमें 500 के 6,460 नोट, 200 के 250 नोट, 100 के 200 इस तरह टीम को 33 लाख रुपये की नगदी बरामद हुई है. उनके द्वारा बताया गया कि आदर्श आचार संहिता का पालन करने के लिए लगातार टीम को लगाया गया है. टीम के द्वारा मेहनत और लगन से काम किया जा रहा है,और आगे भी आदर्श आचार संहिता का पालन करने के लिए जनपद में पुलिस टीम के द्वारा इसी तरह से कार्रवाई की जाएगी.


ये भी पढ़ें:  मेरठ में भी मुरादाबाद जैसे हालात? अखिलेश यादव फिर ले सकते हैं कोई बड़ा फैसला