Meerut Lok Sabha Seat: यूपी लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की मुसीबतें कम होने के नाम नहीं ले रही हैं. मुरादाबाद के बाद अब मेरठ सीट पर भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आखिरी वक्त में फिर प्रत्याशी बदल दिया है. सपा ने अब अतुल प्रधान का टिकट काटकर पूर्व विधायक योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को उम्मीदवार बनाया है. 


इससे पहले समाजवादी पार्टी ने मेरठ सीट से अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह को टिकट दिया था, लेकिन स्थानीय कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते उनका टिकट काटकर अतुल प्रधान को दे दिया गया और अब अतुल प्रधान का भी इस सीट से पत्ता साफ हो गया है. गुरुवार सुबह ही योगेश वर्मा लखनऊ से सिंबल लेकर हेलीकॉप्टर से मेरठ पहुंचे हैं.


मुरादाबाद की तरह मेरठ के हालात!
सपा अध्यक्ष जिस तरह से बार-बार फ़ैसले बदल रहे हैं उसे लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. इससे पहले मुरादाबाद में भी इसी तरह की परिस्थितियां देखने को मिली थी, जहां पहले सपा ने एसटी हसन को प्रत्याशी बनाया और फिर उनकी जगह आखिरी वक्त में रुचि वीरा ने नामांकन पत्र भर दिया. जिसके बाद स्थानीय कार्यकर्ताओं में उनके नाम को लेकर काफी नाराजगी देखने को मिल रही है. सपा अब तक इस डैमेज को कंट्रोल नहीं कर पाई है.


मुरादाबाद सीट पर सपा को कार्यकर्ताओं की भारी नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है सपा कार्यकर्ता रुचि वीरा के चुनाव प्रचार में भी हिस्सा नहीं ले रही है. सपा अभी इस संकट से उभर भी नहीं पाई थी कि अब मेरठ में भी ऐसा ही संकट खड़ा होता दिख रहा है. बार-बार प्रत्याशी बदलना सपा को भारी पड़ सकता है. ऐसे में मुरादाबाद के बाद मेरठ में भी सपा कार्यकर्ताओं का आक्रोश देखने को मिल सकता है. 


सपा अब तक बदायूं, गौतमबुद्धनगर, मुरादाबाद, बागपत, संभल, बिजनौर, मिश्रिख समेत कई सीटों पर प्रत्याशी बदल चुकी है, बदायूं से अखिलेश यादव ने धर्मेंद्र यादव का टिकट काटकर चाचा शिवपाल यादव को दिया है. लेकिन, इस सीट से भी प्रत्याशी बदलने की चर्चाएं तेज हो गईं हैं. 


Moradabad में सपा ने किया डैमेज कंट्रोल? इस फैसले की हर ओर हो रही चर्चा, दूर होगी एसटी हसन की नाराजगी?