Swami Prasad Maurya News: समाजवादी पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा देने के बाद बुधवार को स्वामी प्रसाद मौर्य की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. सपा नेता लखनऊ में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अब गेंद राष्ट्रीय अध्यक्ष (अखिलेश यादव) के पाले में है. उन्होंने ये भी बताया कि इस्तीफ़े के बाद उनका आगे का प्लान क्या है. 


सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. उन्होंने सपा अध्यक्ष को लंबा चौड़ा पत्र लिखते हुए अपनी बात रखी थी और इस्तीफ़े वजह भी बताई, और कहा कि वो पार्टी के लिए काम करते रहेंगे. इस पूरे मामले पर जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि अब उनका अगला कदम क्या होगा और क्या वो पार्टी भी छोड़ सकते हैं इस पर उन्होंने खुलकर बात की है. 


अखिलेश यादव के पाले में गेंद
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अभी हमने महासचिव पद से इस्तीफा दिया है और अब गेंद राष्ट्रीय अध्यक्ष (अखिलेश यादव) के पाले में है. हम उनके अगले कदम का इतंजार कर रहे हैं. उसके बाद ही आगे कोई निर्णय लिया जाएगा. मौर्य से जब ये पूछा गया कि क्या आप सपा दफ़्तर में शालिग्राम पूजा को लेकर नाराज है तो उन्होंने इससे साफ़ मना कर दिया और कहा कि वो सभी धर्मों और पूजा पद्धतियों का सम्मान करते हैं. 


सपा दफ़्तर में पूजा पर कही ये बात
मौर्य ने कहा, 'पूजा अर्चना लोगों की व्यक्तिगत श्रद्धा से जुड़ा मामला है, किसी भी पूजा पद्धति पर मैं टिप्पणी नहीं करना चाहूँगा. कोई भी धर्म हो सभी धर्मों का मैं सम्मान करता हूँ. इसलिए इस इस्तीफ़े का और कल की पूजा का कोई संबंध नहीं है. कौन क़िसमें श्रद्धा रखता है.. कौन कैसे पूजा करता है वो हिन्दू धर्म का हो, ईसाई धर्म का हो..इस्लाम धर्म का हो, बौद्ध हो, जैन हो या पारसी हो किसी भी धर्म का हो सभी धर्मों को अपने तरीके से मानने छूट हैं. हमारा संविधान भी यही कहता है और मेरी भी यही मान्यता है. हमें इस पर कोई एतराज नहीं है.'


सपा नेता ने कहा, मेरे साथ पार्टी के कार्यकर्ता हैं. कुछ लोग पार्टी के अंदर है जो हमारा विरोध करते है. सोमवार को हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात हुई थी. ख़बरों के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्य राज्यसभा जाना चाहते थे. लेकिन, अखिलेश यादव ने जया बच्चन और आलोक रंजन को राज्यसभा प्रत्याशी बनाया है, जिससे वो नाराज बताए जा रहे हैं.


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