UP Politics: लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक ओर जहां मंगलवार को स्वामी प्रसाद मौर्य ने महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया तो अब वहीं पल्लवी पटेल ने अपना दल - कमेरावादी और सपा के साथ गठबंधन पर बड़ा दावा किया है.


राज्यसभा चुनाव के लिए सपा के प्रत्याशियों से नाराज पल्लवी ने कहा कि ये जया (जया बच्चन) और आलोक (आलोक रंजन) पीडीए नहीं है. उन्होंने कहा कि आप दलित ,मुसलमान और पिछड़ा का वोट लेते है तो ईमानदारी से प्रतिनिधितत्व दीजिये. जमीन तौर पर पीडिए को दिखाना होगा.


सपा विधायक ने कहा कि चाहे कांग्रेस हो या सपा हो या बसपा इन्हें पीडिए की बात करनी चाहिये.सपा के साथ अलायंस पर उन्होंने कहा कि गठबंधन का फैसला मेरी मां (कृष्णा पटेल) करेंगीं. हमारी लड़ाई मुद्दों की है.



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मैं इस धोखाधड़ी के खिलाफ हूं- पल्लवी पटेल
पटेल ने कहा कि मैं इस बात के लिए प्रतिबद्ध हूं कि अगर हम दलित और पिछड़े मुस्लिम समुदाय से वोट ले रहे हैं तो उनका प्रतिनिधित्व भी ईमानदारी से करना चाहिए. हम पीडीए का नारा दे रहे हैं और मेरी समझ यह है कि पीडीए का मतलब 'पिछड़ा', दलित और 'अल्पसंख्यक' है. अगर हम उनका वोट ले रहे हैं और उन्हें सम्मान नहीं दे रहे हैं तो मैं इस धोखे में शामिल नहीं हूं.


अपना दल कमेरावादी की नेता ने कहा कि जब ये नाम (राज्यसभा नामांकन) सामने आने से साफ हो गया कि ये पीडीए नहीं है, अगर हम पीडीए का नारा दे रहे हैं तो उन्हें भी प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए. इस चुनाव में, मैं इस धोखाधड़ी के खिलाफ हूं."