UP Politics: कर्नाटक की चुनावी जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा बजरंग बली के नारे लगवाने पर सपा सांसद डॉ एसटी हसन (Dr ST Hasan) ने नाराजगी जताई है. मुरादाबाद (Moradabad) से सपा सांसद ने कहा कि ये लोग पहले श्री राम का नाम लेकर राजनीति कर आगे बढ़ रहे थे और अब बजरंगबली (Bajrangbali) का नाम अपनी सियासत के लिए कर रहे हैं जो एकदम गलत हैं. बजरंग दल (Bajrang Dal) को बजरंगबली से जोड़ने पर उन्होंने कहा कि हनुमान जी तो नफरत नहीं फैलाते थे, बजरंग दल वाले नफरत फैलाते हैं. 


सपा सांसद ने कहा कि राजनीति के लिए बजरंगबली के नाम का इस्तेमाल करना बजरंगबली का अपमान है. भाजपा को इस तरह की राजनीति से बाज़ आना चाहिए. हनुमान जी महान हस्ती थे और इतनी महान हस्ती का नाम हमें अपने राजनीतिक फायदे के लिए नहीं लेना चाहिए. बजरंग दल के चरित्र से हर कोई वाकिफ है, यह लोग नफरत की राजनीति करते हैं नमाज का मामला हो या अजान का मामला हो, मस्जिद या मदरसे का मामला हो यह लोग उसमें से व्यवधान उत्पन्न करते हैं और समस्याएं पैदा करते हैं बजरंग बली तो ऐसे नहीं थे. 


जातिगत जनगणना पर क्या बोले सपा सांसद


जातिगत जनगणना का डाटा सार्वजनिक करने पर पटना हाईकोर्ट की रोक पर सपा सांसद ने कहा कि हम हाईकोर्ट के आदेश पर तो कोई टिप्पणी नहीं कर सकते, लेकिन उसका जो फैसला है उसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देनी चाहिए. सपा सांसद ने कहा कि जातिगत जनगणना इस समय देश की पुकार है. हर व्यक्ति को हर जाति को उसकी संख्या के अनुसार भागीदारी मिलनी चाहिए और यह तभी संभव होगा जब जातिगत जनगणना हो और उसका डाटा सबके सामने हो. जिसकी जितनी संख्या उसकी उतनी भागीदारी होनी चाहिए. 


पहलवानों के धरने पर बीजेपी को घेरा


दिल्ली में धरने पर बैठे पहलवानों के सवाल पर सपा सांसद ने कहा कि अगर ये खिलाड़ी किसी विपक्ष के नेता के खिलाफ धरने पर बैठे होते तो अब तक वह नेता जेल में सड़ रहा होता, लेकिन भाजपा के पास एक वाशिंग मशीन है उससे जो भी निकल कर आता है वो बिल्कुल साफ सुथरा हो जाता है. पुलिस इनके साथ तो अत्याचार कर रही है. सपा सांसद ने कहा कि कानूनी तौर पर जो भी कार्रवाई बनती है वो कार्रवाई होनी चाहिए और इन खिलाड़ियों को इंसाफ मिलना चाहिए. 


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