समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की मौजूदा सरकार हर विभाग और हर काम में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी में डूबी हुई है. हालात इतने खराब हैं कि बीजेपी के विधायक तक खुले तौर पर यह स्वीकार कर रहे हैं कि उन्हें विधायक निधि से दस फीसदी तक का कमीशन मिलता है. 

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अखिलेश यादव ने कहा कि सरकारी विभागों में कहीं 10 तो कहीं उससे ज्यादा कमीशन लिया जा रहा है. जल जीवन मिशन से लेकर सड़कों के निर्माण तक भ्रष्टाचार साफ नजर आता है. उन्होंने आरोप लगाया कि जल जीवन मिशन के तहत बनाई गई कई पानी की टंकियां भ्रष्टाचार का बोझ सहन न कर पाने के कारण ढह गईं.

उन्होंने कहा कि सड़कों का हाल यह है कि बनने के कुछ ही समय बाद गड्ढों से भर जाती हैं. बीजेपी सरकार का गड्ढामुक्त अभियान सिर्फ दिखावा साबित हुआ.हजारों करोड़ रुपये का बजट खर्च हुआ, लेकिन जनता को टूटी-फूटी सड़कें ही मिलीं.

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कालाबाजारी और मुनाफाखोरी चरम पर- अखिलेश यादव

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी सरकार में कमीशनखोरी के साथ-साथ कालाबाजारी और मुनाफाखोरी भी चरम पर है. किसानों को खाद समय पर उपलब्ध नहीं कराई गई. प्रदेशभर में खाद की कालाबाजारी हुई और किसान लाइनों में लगकर परेशान होते रहे. कई जगह किसानों को पुलिस की लाठियां भी खानी पड़ीं. खाद न मिलने से फसलें बर्बाद हो गईं और किसान मुश्किल में आ गए.

किसानों को बर्बाद कर रही सरकार- अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार सुनियोजित तरीके से किसानों को बर्बाद करने पर तुली है. ताकि वे खेती छोड़कर मजदूरी करने पर मजबूर हो जाएं. उनका कहना है कि बीजेपी किसानों की जमीन और खेती-किसानी हड़पना चाहती है.  

उन्होंने कहा कि प्रदेश का नौजवान, बेरोजगार और किसान बीजेपी के षड्यंत्र को समझ चुका है और 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता बीजेपी को सत्ता से बाहर कर देगी.

किसान विरोधी है बीजेपी सरकार

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी लगातार बीजेपी सरकार को भ्रष्टाचार और किसान विरोधी नीतियों को लेकर घेरती रही है. जल जीवन मिशन और गड्ढामुक्त सड़कों की योजना बीजेपी सरकार की प्रमुख घोषणाओं में शामिल रही हैं, लेकिन विपक्ष का दावा है कि इन योजनाओं में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई हैं. वहीं, किसानों को खाद की किल्लत और फसल बर्बाद होने की समस्या को लेकर पिछले वर्षों में कई जिलों से विरोध प्रदर्शन की खबरें भी आती रही हैं.

अखिलेश यादव पहले भी कई बार कह चुके हैं कि बीजेपी ने किसानों और नौजवानों को ठगा है. अब वे इस मुद्दे को 2027 के चुनाव में बड़ा हथियार बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.