सरकार से हुए समझौते के बाद किसानों ने दिल्ली के तीनों बॉर्डरों को खाली कर दिया है. किसान सिंघु और टिकरी बॉर्डर से पहले ही चले गए थे. गाजीपुर बॉर्डर से किसानों का अंतिम जत्था बुधवार को रवाना हुआ था. किसान आंदोलन खत्म होने के बाद से ही तीनों बॉर्डर से पूरी तरह से यातायात शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. 


कहां-कहां शुरू हुआ यातायात?


नरेंद्र मोदी सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले एक साल से दिल्ली के सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे थे. इस वजह से इन दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे, दिल्ली-रोहतक रोड और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर यातायात ठप हो गया था. 


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किसान आंदोलन खत्म होने के बाद टिकरी बॉर्डर पर दिल्ली-रोहतक रोड पर यातायात को पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है. वहीं सिंघु बॉर्डर पर पुलिस ने दो लेन को यातायात के लिए खोल दिया है. वहां पूरी तरह से रास्ता खोलने में अभी कुछ दिन का और समय लगेगा. वहां किसानों का रास्ता रोकने के लिए पुलिस ने जो दीवारें बनाई थीं, उसे अभी तोड़ा नहीं जा सका है.


किसानों ने खाली किया गाजीपुर बॉर्डर


करीब 14 महीने बाद किसान आंदोलन की समाप्ति के चलते दिल्ली यूपी बॉर्डर, गाज़ीपुर बॉर्डर से दिल्ली जाने वाले रास्ते पर आवाजाही शुरू हो गई है. हालांकि तीन भागों में बंटे नेशनल हाईवे 24 का एक हिस्सा अब भी बंद है जहां दिल्ली पुलिस के बहुसंख्यक बैरिकेड्स इकट्ठे करके रखे गए हैं. इस हिस्से के भी खुल जाने से लोगों को दिल्ली आने-जाने में और राहत मिलेगी. वहीं हाईवे के नीचे बने रास्ते को भी दिल्ली जाने के लिए खोल दिया गया है. इस रास्ते के बंद होने के चलते गाजीपुर मंडी, गाजियाबाद आने-जाने में दिक्कत पेश आ रही थी. 


पिछले 14 महीनों से यूपी से दिल्ली जाने के लिए लोगों को शहर के अंदर जाना पड़ता था. इस वजह से वक्त की खासी बर्बादी हो रही थी. जिन रास्तों पर किसानों के जत्थे करीब 2 किलोमीटर तक बैठे थे, टेंट लगे थे, मंच लगा था वो सभी जगह किसानों ने खाली कर दी है. अब वहां किसान आंदोलन का नामोनिशान तक मौजूद नहीं है. किसानों ने लंबा संघर्ष किया और अब अपने-अपने घरों की ओर वापस लौट गए हैं लेकिन दिल्ली पुलिस के बैरिकेड अब भी एनएच 24 पर मौजूद हैं, हाईवे का ये हिस्सा भी खुलता है तो ट्रैफिक की कोई गुंजाइश नहीं बचेगी.


राकेश टिकैत की रवानगी


भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत हवन-पूजन के बाद बुधवार को गाजीपुर बॉर्डर से अपने घर के लिए रवाना हुए. उन्होंने एक जुलूस के साथ गाजीपुर बॉर्डर को खाली किया. इसके बाद अब दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर भी यातायात शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है.


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नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारियों के मुताबिक पुलिस जैसे ही बैरिकेड्स को हटा लेगी इस एक्सप्रेस वे को यातायात के लिए खोल दिया जाएगा. नाही के मुताबिक किसान आंदोलन की वजह से इस एक्सप्रेस वे की 3 लेन बंद थी. यह सड़क खुलने के बाद से दिल्ली से गाजियाबाद, नोएडा और मेरठ आने-जाने वाले यात्रियों को काफी सुविधा होगी. नाही के अधिकारियों की टीम इन तीन लेन खोलने में लगी हुई है.