भारतीय जनता पार्टी ने सिद्धार्थनगर जिले के पूर्व जिला उपाध्यक्ष गौरीशंकर अग्रहरी को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. यह कार्रवाई सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक कथित आपत्तिजनक वीडियो के बाद की गई है, जिसमें वह एक किशोरी लड़की के साथ समझौतापूर्ण स्थिति में दिखाई दे रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी.
उधर गौरीशंकर अग्रहरी ने वीडियो को फर्जी और राजनीतिक साजिश बताकर खारिज कर दिया. उन्होंने नेतृत्व के समक्ष अपना पक्ष रखने की बात कही है.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल यह वीडियो, जो लगभग एक सप्ताह पुराना बताया जा रहा है, बंसी तहसील क्षेत्र के एक कमरे में अग्रहरी और लड़की को संवेदनशील अवस्था में दिखाता है. घटना के बाद स्थानीय स्तर पर हड़कंप मच गया है. बंसी के सर्कल अधिकारी मयंक त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया है.
उन्होंने कहा कि वीडियो हमारे संज्ञान में आ गया है, जांच की जा रही है. यदि लड़की नाबालिग पाई जाती है, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानून की सख्त धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी.
पार्टी ने किया निष्कासित
राज्य महासचिव गोविंद नारायण शुक्ला ने निष्कासन का आदेश जारी किया. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई जिला अध्यक्ष की शिकायत और स्थानीय नेताओं के साथ चर्चा के बाद राज्य नेतृत्व के निर्देश पर की गई है. बीजेपी का यह कदम पार्टी की नैतिकता और अनुशासन को बनाए रखने की दिशा में एक सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है.
गौरीशंकर ने बताई साजिश
गौरीशंकर अग्रहरी ने आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि यह वीडियो फर्जी है और राजनीतिक रूप से प्रेरित है. मैंने वर्षों से पार्टी की सेवा समर्पण के साथ की है. मेरी छवि खराब करने के लिए यह साजिश रची गई है. मैं नेतृत्व के समक्ष अपना पक्ष रखूंगा. यही नहीं गौरी शंकर के समर्थक भी उनके खिलाफ इसे साजिश बता रहे हैं.
राजनीतिक चर्चाएं तेज
जिले के साथ ही सूबे में इस वीडियो की चर्चाएं तेज हो गयीं हैं. विपक्ष ने इसे हथियार बनाते हुए भाजपा पर और उसके नेताओं पर सवाल उठाया है. उधर कुछ लोग इसे पार्टी के भीतर गुटबाजी को बता रहे हैं. फिलहाल आगामी विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा नेताओं के इस तरह के वीडियो सामने आने से पार्टी के सामने चुनौती खड़ी हो गयी है.