श्रावस्ती जिले की पुलिस ने इकौना थाना क्षेत्र में बुजुर्ग दंपति की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए उनके तीन सौतेले बेटों और एक वकील को गिरफ्तार कर लिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों की गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई है.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 23 नवंबर की सुबह खांवापोखर गांव में पूर्व ग्राम प्रधान रोशन खां (80) का शव उनके घर में और उनकी पत्नी वसीला (60) का शव घर के पास झाड़ियों से बरामद हुआ था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों की गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई.
तीन बेटों समेत चार आरोपी गिरफ़्तार
पुलिस अधीक्षक (एसपी) राहुल भाटी ने बताया कि इस मामले में मृतक के बेटों हसीब खां, नसीब खां और मुसीब खां सहित प्रभाकर त्रिपाठी उर्फ रिंकू नाम के एक वकील को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस की जांच में सामने आया कि वकील प्रभाकर त्रिपाठी उर्फ रिंकू ने धोखे से दंपति की कीमती दुकानें हड़प ली थीं. संपत्ति पर पूरी तरह कब्जा करने और कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए उसने तीनों सौतेले बेटों को लालच देकर उनके ही माता-पिता की हत्या करवा दी.
एसपी ने बताया कि रोशन खां की काफी संपत्ति थी, जिसमें इकौना कस्बे की तीन प्रमुख दुकानें भी शामिल थीं. रोशन खां की दो शादियां हुई थीं पहली पत्नी से दो बेटे हसीब और नसीब थे, जबकि दूसरी पत्नी वसीला के पहले पति से मुसीब था.
पैसों के लालच में की हत्या
इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, साक्ष्यों और पूछताछ के आधार पर स्पष्ट हुआ कि वकील ने उनके बेटों को लालच देकर हत्या की साजिश रची थी. एक पुत्र को उसने मोटरसाइकिल दी और दस लाख रुपये देने का भरोसा दिलाया जबकि दो अन्य बेटों को भी रकम देने का लालच दिया गया था.
कड़ाई से पूछताछ पर तीनों बेटों ने स्वीकार किया कि वकील के बहकावे में आकर उन्होंने 22 और 23 नवंबर की रात को अपने माता-पिता की सोते समय बांस की लाठी से गला दबाकर हत्या कर दी थी.
पुलिस ने इस मामले में 23 नवंबर को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103(1) (हत्या) में मामला दर्ज किया गया था. नए तथ्यों के आधार पर धारा 61(2) (आपराधिक साजिश) और 238 (साक्ष्य मिटाना) जोड़ी गईं. अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल बांस का डंडा बरामद कर लिया गया. पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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