लखनऊ: शिवसेना प्रदेश प्रमुख अनिल सिंह ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के नाम ज्ञापन भेज कर लखनऊ की स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल होने पर भारतीय सेना के हवाले करने की मांग की. शिवसेना प्रदेश प्रमुख अनिल सिंह ने राजभवन पर उदासीनता का आरोप लगाते हुऐ उसे भाजपा कार्यालय बताया और कहा कि राजभवन में अब लोकतंत्र नहीं बचा है. इसलिये वहां अब विपक्ष का प्रवेश वर्जित है.


प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल


सिंह ने कहा कि, पिछले वर्ष कोविड की वजह से दो कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान सहित ने दम तोड़ा लेकिन उसके बाद भी राजभवन ने अपनी ख़ामोशी नहीं तोड़ी और अब राजधानी लखनऊ सहित पूरा प्रदेश कोरोना की चपेट की ओर बढ़ रहा है, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री बंगाल में चुनाव प्रचार में लगे रहे और अब मुख्यमंत्री स्वयं सहित पूर्व सीएम भी कोरोना पाजिटिव हो गये हैं. वहीं, प्रदेश के एक कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक लखनऊ की स्वास्थ्य सेवा पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं, तो प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को स्वयं ही समझा जा सकता है.


भारतीय सेना को उतारने की मांग


अनिल सिंह ने कहा कि, वे स्वयं बलरामपुर की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को देखकर आये हैं, वहां डाक्टर स्वास्थ्य सेवाएं देने की जगह स्वयं क्वारटाईन हुऐ पड़े हैं, स्थिती इतनी बिगड गई है कि अब शवगृहों में भी टोकन देने का कार्य चल रहा है. ऐसे में राजधानी की स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली के लिये भारतीय सेना को उतारने की आवश्यकता है.


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