Coronavirus in UP: लगभग 25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में सिर्फ 77 नए कोरोना केस मिले हैं. अलीगढ़, कासगंज, श्रावस्ती, हाथरस और महोबा कोरोना मुक्त हो गए हैं. 46 जिलों में एक भी नया संक्रमित नहीं मिला है. वहीं दूसरी ओर 28 जिलों में एक अंकों में नए केस सामने आए हैं.


गौरतलब है कि आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश से काफी कम आबादी वाले अन्य राज्यों में अब भी संक्रमण नहीं थमा है. पिछले 24 घंटे में केरल में 15,637, महाराष्ट्र में 8602, आंध्र प्रदेश में 2591, तमिलनाडु में 2458 और ओडिशा में 2074 नए केस आए हैं. दूसरे राज्यों और कई देशों में रोज यूपी से कई गुना ज्यादा नए केस आ रहे हैं. आबादी के हिसाब से देश का सबसे बड़ा राज्य होने के बावजूद कुल सक्रिय मामलों में देश में 19 वें नंबर पर यूपी है.


यूपी में सिर्फ 1399 कोरोना के एक्टिव केस हैं


वहीं यूपी में सिर्फ 1399 कोरोना के एक्टिव केस हैं. उत्तर प्रदेश में केस कम होने के बावजूद जांच बढ़ रही है और सर्वाधिक टीका लग रहा है. बता दें कि पिछले 24 घंटे में 2,53,910 नमूनों की जांच हुई और 98 डिस्चार्ज हुए. इसके अलावा यूपी में रिकवरी रेट 98.6 फीसदी, कुल पॉजिटिविटी दर 2.70 फीसदी हुई. देश में सर्वाधिक नमूनों 6,15,92,700 की जांच यूपी ने की है. 14 जुलाई तक लोगों को रिकॉर्ड कुल 3,88,37,852 डोज टीके के लगे. 18 साल से अधिक आयु के लोगों को 1,39,40,262 और 45 साल से अधिक आयु के लोगों को 2,15,72,037 डोज टीके के लगे. 


यह सब सीएम योगी आदित्यनाथ के ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट के साथ आंशिक कोरोना कर्फ्यू और टीकाकरण का नतीजा माना जा रहा है. यूपी में अग्रेसिव टेस्टिंग, माइक्रो कंटेनमेंट जोन, गांवों में निगरानी समितियों के माइक्रो मैनेजमेंट और ट्रीटमेंट से कोरोना नियंत्रित हुआ है.


विशेषज्ञों की तमाम आशंकाएं निर्मूल साबित हुईं


विशेषज्ञों की तमाम आशंकाएं निर्मूल साबित हुईं, जिसमें उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश में हर रोज 30 लाख पॉजिटिव केस आएंगे. पांच मई से विशेष अभियान के तहत 70 हजार से अधिक निगरानी समितियां डोर टू डोर जाकर स्क्रीनिंग कर रही हैं. एहतियातन लक्षणयुक्त बच्चों और युवाओं को अलग-अलग दी जा निशुल्क मेडिसिन किट रही है. संभावित तीसरी लहर को देखते हुए यूपी ने तैयारी पूरी कर ली है. 


यूपी ऑक्सीजन उपलब्धता में भी आत्मनिर्भर हो रहा है. 153 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट लगे हैं 541 प्लांट पर तीव्र गति से काम चल रहा है. ऑक्सीजन जेनरेटर के माध्यम से 15 फीसदी ऑक्सीजन की 3300 बेडों पर आपूर्ति हो रही है. यूपी में अस्पतालों में 9000 से ज्यादा पीडियाट्रिक आईसीयू (पीकू) बेड तैयार हैं. मेडिकल कॉलेजों में 6334 पीकू और इसी तरह जिला अस्पतालों में 1414 पीडियाट्रिक आइसोलेशन और 1265 पीकू बने हैं.


सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने भी यूपी मॉडल अपनाया


ऑस्‍ट्रेलियाई सांसद ने सीएम योगी के कोविड मैनेजमेंट की हाल ही में प्रशंसा की थी. यूपी मॉडल की सुप्रीम कोर्ट, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन, नीति आयोग, बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी तारीफ की थी. केंद्र सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने भी यूपी मॉडल अपनाया है.


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