School Open in UP: कोरोना महामारी की दूसरी लहर की रफ्तार कम होने के बाद आज पहली बार स्कूल खुले हैं. सरकार द्वारा जारी सभी गाइडलाइन का स्कूल प्रबंधक पालन कर रहे हैं. वहीं, स्कूल खुलने से कुछ बच्चे काफी ज्यादा उत्साहित नजर आ रहे हैं, तो कुछ बच्चों और अभिभावकों में अभी डर बना हुआ है. फिलहाल छात्र नियमों का पालन करते हुए स्कूल पहुंच रहे हैं.


गाइडलाइंस के साथ खोले गये स्कूल


प्रदेश सरकार की नई गाइडलाइंस के साथ आज नोएडा में स्कूल खोले गए हैं. सभी स्कूल सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं और बच्चे भी स्कूल आने के लिए काफी ज्यादा उत्साहित नजर आ रहे हैं. एबीपी गंगा की खास बातचीत में बच्चों ने बताया कि, उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई करने में काफी ज्यादा दिक्कत हो रही थी, यही वजह है कि, वह ऑफलाइन क्लासेस की मांग कर रहे थे, लेकिन जिस तरह से सरकार ने आज स्कूल खोलने की इजाजत दी है उससे वह बेहद खुश हैं, क्योंकि उनकी जो पढ़ाई है अब वह अच्छी तरीके से हो सकेगी.


ऑनलाइन में आती है दिक्कत 


छात्रों का कहना है कि, ऑनलाइन में नेटवर्क के चक्कर में कई बार क्लास छूट जाती थी. लेकिन ऑफलाइन में ऐसा कुछ नहीं है. वहां पर टीचर पढ़ाएंगे और बच्चों को सब कुछ अच्छी तरीके से समझ में भी आता है, इसलिए बच्चे शुरू से ऑफलाइन क्लास के पक्ष में थे. लेकिन जिस तरह से कोरोना वैश्विक महामारी की दूसरी वेव ने अपने पैर पसारे थे उसको देखते हुए सरकार ने सभी स्कूलों को पूरी तरह से बंद कर दिया था. 


50 फीसदी बच्चों के साथ ही स्कूल खोले गये 


लेकिन अब प्रदेश में कोरोना वैश्विक महामारी पर सरकार ने काफी हद तक कामयाबी पा ली है. यही वजह है कि, अब स्कूलों को सशर्त खोलने की इजाजत दी गई है और स्कूल भी नियमों का पालन करते हुए ही 50 फीसदी बच्चों को ही स्कूल में आने की इजाजत दी हैं. साथ ही जो बच्चे स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं उनके लिए ऑनलाइन क्लासेस चल रही हैं, यानी स्कूल में जो बच्चे मौजूद हैं और उन्हें जो पढ़ाया जा रहा है, वही क्लास ऑनलाइन भी चल रही है.


दो पाली में चलेंगे स्कूल 


स्कूलों को दो पाली में खोला गया है. पहली पाली में सुबह 8:00 से 12:00 तक बच्चे स्कूल में पढ़ाई करेंगे, उसके बाद दूसरी पाली यानी 12:30 बजे से शुरू होगी और वह 5:00 बजे तक चलेगी. स्कूल प्रशासन भी सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए पूरी तरह से एहतियात बरत रहे हैं. यही वजह है कि बच्चों को स्कूल में दाखिल होने के लिए सर्किल बनाए गए हैं, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके. साथ ही स्कूल के गेट पर कोविड-19 के बचाव से जुड़ी तैयारी की गई है, जिससे बच्चों को स्कूल में प्रवेश होते ही उनके टेंपरेचर को चेक किया जाए और उनके हाथों को सैनिटाइज कराने के बाद ही उन्हें स्कूल में प्रवेश दिया जाए. अगर जिस बच्चे के चेहरे पर मास्क नहीं है उसे स्कूल में दाखिल होने नहीं दिया जाएगा. 


हर स्तर पर सावधानी


स्कूल प्रबंधक कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए क्लास के अंदर किसी बाहरी को प्रवेश नहीं दे रहा है. क्योंकि उसका मानना है कि बच्चों की सुरक्षा सबसे अहम है, इसलिए किसी बाहरी के प्रवेश होने से बच्चों के संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है. लिहाजा जो टीचर भी बच्चों को पढ़ा रहे हैं उनकी भी थर्मल स्क्रीनिंग और हाथो को सैनिटाइज किया जा रहा है, साथ ही सभी टीचरों से कोविड-19 की RTPCR रिपोर्ट भी ली गई है. 


अगर हम बात करें तो कुछ बच्चे स्कूल खुलने से काफी ज्यादा उत्साहित हैं, लेकिन अभी भी काफी तादाद में बच्चे और अभिभावक स्कूल खुलने के पक्ष में नहीं हैं, और वह इस महामारी को लेकर इस कदर डरे हुए हैं कि अभी भी वह अपने बच्चे को ऑनलाइन शिक्षा देना चाहते हैं. यानी कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि, स्कूल भी नियमों का पालन सख्ती से करा रहा है और यही वजह है कि बच्चे भी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए नजर आ रहे हैं.


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