Uttar Pradesh News: यूपी के संभल (Sambhal) में प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गुलाब देवी (UP minister Gulab Devi) से सवाल पूछने के बाद एक स्थानीय पत्रकार पर मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. विपक्ष ने इसे मुद्दा बना लिया है. सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) सहित कई नेताओं ने ट्वीट कर यूपी सरकार पर निशाना साधा है, जिसके बाद अब यूपी की माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गुलाब देवी ने खुद मीडिया के सामने आकर अपनी सफाई देते हुए कहा है कि पत्रकार पर मुकदमा दर्ज कराने और उसे गिरफ्तार कराने में उनका कोई रोल नहीं है.

मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि वह पत्रकार कार्यक्रम में हंगामा कर रहा था और लोगों से उलझ रहा था. उसने बीजेपी के एक कार्यकर्ता को थप्पड़ भी मार दिया था. वहां पर पुलिस थी जो उसे ले गयी थी, मैं तो वहां एक चैक डैम के शिलान्यास का फीता काटने गयी थी. हमसे उसका कोई लेना देना नहीं है और न ही उससे मेरी बात हुई थी. हमसे तो कार्यकर्त्ता कहते ही रहते हैं कि यह कार्य करो या वह कार्य कराओ, इसका मतलब यह नहीं है कि हम उसके खिलाफ कार्यवाही करायेंगे. विपक्ष हमें क्यों घेर रहा है? अखिलेश यादव कुछ भी कहें, लेकिन हमारा उसकी गिरफ्तारी से कोई वास्ता नहीं है. 

गिरफ्तारी के बाद मिली थी जमानतबता दें कि 11 मार्च को संभल के बुधनगर खंडवा गांव में मंत्री गुलाब देवी एक कार्यक्रम में गयीं थीं जहां गांव के रहने वाले स्थानीय पत्रकार संजय राणा ने उनसे विकास कार्यों के वादों पर सवाल किया था, जिससे मंत्री नाराज हो गयीं थीं. इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था. इसके बाद अगले दिन 12 मार्च को संभल पुलिस ने बीजेपी युवा मोर्चा के नेता शुभम राघव की शिकायत पर चंदौसी कोतवाली में धारा 323, 504 और 506 आईपीसी के तहत मुकदमा संख्या 0139 /2023 दर्ज कर संजय राणा को गिरफ्तार कर लिया था. बाद में संजय राणा को अदालत से जमानत मिल गयी और वह रिहा हो गया, लेकिन विपक्ष ने पत्रकार की गिरफ्तारी को मुद्दा बना लिया. मंत्री गुलाब देवी ने इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए कहा की उक्त पत्रकार पर हुई कार्यवाही से उनका कोई सम्बन्ध नहीं है.

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