UP News: उत्तर प्रदेश के संभल की शाही जामा मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष जफर अली ने भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) को पत्र लिख कर रमजान के मौके पर शाही जामा मस्जिद की रंगाई, पुताई, साफ सफाई और सजावट की अनुमति मांगी है.
शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली ने बताया कि ASI से इस बार शाही जामा मस्जिद की साफ-सफाई, पुताई, रंगाई और सजावट की इजाजत मांगी गई है, वैसे तो सैकड़ों वर्षों से शाही जामा मस्जिद की रंगाई, पुताई, साफ-सफाई और सजावट होती आई है. कभी ASI से परमिशन नहीं मांगी गई और न ही कभी उन्होंने एतराज जाहिर किया, न ही आपत्ति की और न ही विरोध किया.
उन्होंने कहा कि सिर्फ शहर में शांति, अमन बरकरार रहे इसलिए परमिशन लेना मुनासिब समझा. पवित्र रमजान के महीने में रमजान से पहले रंगाई, पुताई, साफ सफाई करने की इजाजत मांगी है. सैकड़ों साल से रमजान के पवित्र मौके पर शाही जामा मस्जिद में साफ सफाई, पुताई रंगाई और सजावट होती चली आ रही है उसके लिए हमें आदेश दे दें ताकि हम पवित्र रमजान के सारे कार्य करा सकें.
इस मामले में जिला अधिकारी राजेन्द्र पेंसिया का कहना है कि शाही जामा मस्जिद भारतीय पुरातत्व विभाग के अंतर्गत एक संरक्षित इमारत है. इसलिए उसकी रंगाई पुताई के मामले में निर्णय भारतीय पुरातत्व विभाग ही ले सकता है.
बता दें कि संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान 24 नवंबर 2024 को हुई हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 28 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इस हिंसा के बाद से पुलिस लगातार एक्शन मोड में है. एक-एक कर दंगाईयों को गिरफ्तार किया जा रहा है. संभल हिंसा के मामले में पुलिस अब तक 79 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस कोर्ट में 124 से अधिक आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है.
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