मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ एस टी हसन ने यूपी में योगी सरकार की जनसंख्या नीति पर बोलते हुए कहा कि, इसका सबसे बड़ा असर बहुसंख्यक हिन्दुओं पर ही पड़ेगा. मुसलमानों को इस कानून से घबराने या डरने की कोई ज़रूरत नहीं है. इससे मुसलमानों को कोई नुकसान नहीं होने वाला है. ये कानून किसानों और मजदूरों को टारगेट कर बनाया जा रहा है. उन्हें ही इस से सबसे ज्यादा नुकसान होने वाला है. 


सबसे ज्यादा हिंदुओं को नुकसान


बीजेपी चुनाव के लिए यह सब कर रही है, लेकिन अब किसान और मजदूर का बीजेपी से मोह भंग हो जायेगा और चुनाव में भाजपा को इस से नुकसान होगा . सपा सांसद ने कहा कि, अगर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाना ही है तो कम से कम 3 बच्चों वाला कानून बनना चाहिए. सपा सांसद ने कहा कि, मुसलमान तो सिर्फ दो प्रतिशत ही सरकारी नौकरियों में हैं, इसलिए जो 98 प्रतिशत हिन्दू सरकारी नौकरियों में हैं, उन पर इस का सबसे अधिक असर पड़ेगा. हिन्दू भी हमारे भाई हैं, उनका नुकसान भी तो हमारा नुकसान है, इसलिए हम इस कानून का स्वागत नहीं करेंगे. हमे उनकी भी फ़िक्र है. हमारी जनसंख्या देश की संपत्ति है.   


किसानों को नुकसान


सपा सांसद ने कहा क्योंकि, हमारा देश कृषि प्रधान देश है, जो हमारे खेतों पर काम करने वाले किसान लोग हैं, उनके परिवार में अगर 5-7 लड़के हैं. तो वह सब अपने खेतों में काम करते हैं और बाहर से लेबर नहीं लगानी पड़ती, लेबर बहुत महंगी है. खेत की खुदाई और फसल कटाई में लेबर की ज़रूरत पड़ती है. हमारे यहां छोटे किसान हैं और मशीनरी से यहां काम नहीं होता, इसलिए यहां छोटे किसान खुद ही अपने खेतों में परिवार के साथ काम करते हैं. उन्हीं किसानों और मजदूरों को निशाना बना कर यह कानून बनाया है. मुसलमानों को निशाना बना कर ये कानून नहीं बनाया है. किसानों और मजदूरों में ये एक धारणा है कि, जितने बच्चे ज्यादा होंगे उतने कमाने वाले हाथ ज्यादा होंगे. जनसंख्या बढ़ने का हिन्दू या मुस्लिम से कोई सम्बन्ध नहीं है, इसका सम्बन्ध शिक्षा से है. सपा सांसद ने कहा कि, हिंदुस्तान को जवान रखने और जनसंख्या को कंट्रोल करने के लिए कम से कम 3 बच्चों वाला कानून बनना चाहिए .


हिंदुस्तान बूढ़ा हो जाएगा


सपा सांसद ने कहा कि, देश की जनसंख्या हमारी संपत्ति है. बड़ी जनसंख्या की वजह से ही देश के बैंक डूबने से बच गये. क्यों कि मंदी में मोदी सरकार ने सस्ता डीजल, पेट्रोल ख़रीदा और देश की जनता को महंगा बेच कर पैसा कमाया और देश की महिलाओं के गहने तक बिकवा दिए. देश में बड़ी जनसंख्या की वजह से करोड़ों वाहन हैं और उन्हें डीजल पेट्रोल की ज़रूरत होती है, जिस से सरकार के बैंक खाते में रुपया जमा हुआ. चीन जैसे जिन देशों ने जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाया था वह देश दोबारा उसी पर आ गये और जनसंख्या नियंत्रण कानून ख़त्म कर लोगों को जितने बच्चे चाहें उतने पैदा करने की छूट दे दी. हिंदुस्तान बूढा हो जायेगा अगर आपने दो बच्चों का कानून बनाया.


ये भी पढ़ें.


बागपत में नेपाल की महिला का गला काटकर हत्या का प्रयास, शोर मचाने पर आरोपी युवक फरार