समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान पिछले दिनों जेल से रिहा होकर बाहर आ गए है. इस बीच कानपुर के शीशामऊ से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी भी हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद महाराजगंज जेल से रिहा हो गए हैं. वहीं जेल से निकलते ही इरफान सोलंकी सबसे पहले अपने परिवार के लोगों से गले मिले और समर्थकों के बीच पहंचे. जहां से वह अपने शहर कानपुर चले गए थे. लगभग 34 महीनों के बाद इरफान और 23 महीनों के बाद आजम खान आखिरकार बाहर आ गए हैं.
इसी बीच मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी की सांसद रूचि वीरा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि हम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हैं. इसी के साथ उन्होंने इरफान सोलंकी को जेल से रिहा होने पर ढेर सारी बधाई भी दी है.
सपा नेताओं की रिहाई पर बोलीं सांसद
रुचि वीरा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'कुछ दिन पहले आजम खान रिहा हुए थे, और अब इरफान सोलंकी को जमानत मिली है. यह बहुत अच्छी बात है. मुझे लगता है कि अब परेशानियों का समय खत्म हो गया है, और हमारी सरकार जल्द ही सत्ता में आने वाली है.'
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक नेता के बयान पर सांसद रुचि वीरा ने कहा, 'बीजेपी के नेता कटु वचन बोलने वाले लोग हैं. ये हमेशा नफरत भरी बातें करते हैं. यह बहुत ही अफसोसजनक है कि एक तरफ बीजेपी संविधान की बात करती है, और दूसरी तरफ उनके नेता कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने की बात करते हैं. कोर्ट की अवमानना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.'
34 महीनों बाद जेल से रिहा हुए इरफान सोलंकी
बता दें गैगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मामले में इरफान सोलंकी लगभग 34 महीनों से महाराजगंज जेल में बंद थे. उनके खिलाफ जमीन कब्जाने, रंगदारी लेने, आगजनी, कूट रचित दस्तावेज तैयार करने जैसे कई आरोपों मे मुकदमे दर्ज थे. इन सभी में पहले ही वह जमानत हासिल कर चुके थे.
इलाहाबाद हाईकोर्ट की तरफ से गैंगस्टर एक्ट वाले में उनको जमानत मिलते ही रिहाई के रास्ते साफ हो गए थे. फिलहाल वह जेल से बाहर आ गए हैं. महाराजगंज से अपनी विधायक पत्नी के साथ कानपुर चले गए थे.