Waqf Amendment bill: सयुक्त संसदीय समिति ने वक्फ संशोधन विधेयक को 14 बदलावों के साथ मंजूरी दे दी है. जिसमें एनडीए 14 सुझावों को मंजूरी दे दी गई जबकि विपक्षी सांसदों के सभी प्रस्तावों को खारिज कर दिया. जिस पर सपा सांसद मोहिब्बुल्लाह नदवी ने नाराजगी जताई और कहा कि कुछ लोगों को वक्फ की जमीन देने के लिए अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है. वहीं कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भी कहा कि इससे पूरा वक्फ बर्बाद हो जाएगा.
सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने कहा कि हमारे अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले ही कह दिया था कि कुछ लोगों की नजर वक्फ की जमीनों पर पड़ गई है और ये उस जमीन को छीनना चाहते हैं. ये लोग अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की शुरुआत है. जैसा उन्होंने कहा था आज वैसा ही हुआ. आज 6-7 महीने बाद सब बेकार हो गया है. हम चाहते थे कि हर क्लॉज पर चर्चा हो. उसमें ये हार रहे थे. अगर इलेक्शन के जरिए करना था तो कमेटी ही क्यों बनाई?
मोहिबुल्लाह नदवी ने उठाए सवालरामपुर सांसद कहा कि इस बिल की वजह से बहुत से चेहरों को पहचाना है जो दिखते सेक्युलर हैं लेकिन इनके साथ भी खड़े हैं. पहले यह तय किया गया था कि हर 15 दिन में दो बैठकें बुलाई जाएंगी, फिर भी इतनी जल्दी-जल्दी बैठकें क्यों बुलाई गईं. रातों-रात एजेंडे बदल दिए जाते हैं, ये सब क्या है ये सब सिर्फ तानाशाही है आवाम की आंखों में धूल झोंकना है और लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रही हैं.
सपा सांसद ने का कि जिस तरह ये ड्रामा कर रहे हैं ये देश का भला कभी नहीं चाह सकते. देश की एकता और अखंडता को इन लोगों से खतरा हो जाएगा. अगर इस तरह से ये काम करते रहे तो दूसरे लोगों को ये लगेगा कि उनका हक मारा जा रहा है तो जाहिर सी बात है कि वो लोग विरोध करेंगे.
कांग्रेस सांसद ने भी जताई नाराजगीइधर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भी इस पर आपत्ति जताई और कहा कि जिस तरह से जेपीसी की बैठक में काम हुआ उसे इतिहास याद रखेगा. ये लोग वक्फ को बर्बाद करने का कानून ला रहे हैं. वक्फ पूरा बर्बाद हो जाएगा. अगर ये वक्फ का प्रबंधन करने के लिए कुछ लेकर आते तो पूरा देश उसका साथ देता. लेकिन. ये वक्फ को पूरी तरह से बर्बाद कर देगा. बहुमत का मतलब ये नहीं कि आप विपक्ष को कुचल दो. उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ेंगे. इस बैठक में सबके चेहरे बेनकाब तो हो गए. आज टीडीपी और जेडीयू के चेहरे भी सामने आ गए.