मेरठ में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) युवक सभा के जिलाध्यक्ष दीपक गिरी और किसान आंदोलन से चर्चाओं में आईं कांग्रेस नेता पूनम पंडित की सगाई विवादों में घिर गई है. दोनों नेताओं की सगाई के बाद ऐसा विवाद उठा कि दीपक गिरी को अपने पार्टी पद से ही हटा दिया गया. फिलहाल, दीपक गिरी और उनपर आरोप लगाने वाली महिला के बीच सोशल मीडिया पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है.

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गौरतलब है सपा नेता दीपक गिरी ने 15 अक्टूबर को कांग्रेस नेता पूनम पंडित से सगाई की थी. सगाई समारोह की तस्वीरें उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शेयर की थीं. अगले दिन यानी 16 अक्टूबर को मवाना में उनके घर पर एक महिला दुर्गेश नंदिनी पहुंची और जोरदार हंगामा किया. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.

महिला ने सपा नेता के खिलाफ लगाए गंभीर आरोप

इसके बाद दुर्गेश ने 26 मिनट का वीडियो अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट किया, जिसमें उसने दीपक गिरी पर चार साल तक शारीरिक और मानसिक शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया. साथ ही एक समझौता करने का एक कथित एफिडेविड भी सोशल मीडिया पर वायरल किया, जिसमें दीपक गिरी और महिला ने अपने संबंधों का जिक्र करते हुए आपस में शादी की बात कही है.

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यह दुर्गेश नंदिनी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. इसके बाद मामला बढ़ने पर पार्टी ने तत्काल संज्ञान लिया और दीपक गिरी को सपा युवजन सभा जिलाध्यक्ष के पद से हटा दिया. यह आदेश प्रदेश अध्यक्ष अरविंद गिरी ने जारी किया. हालांकि, पार्टी की ओर से हटाने का औपचारिक कारण सार्वजनिक नहीं किया गया, लेकिन माना जा रहा है कि महिला द्वारा लगाए गए आरोप और विवादित वीडियो के वायरल होने के बाद यह कदम उठाया गया.

दीपक गिरी ने आरोपों को सिरे से नकारा

घटना के बाद से दीपक गिरी ने इस पूरे मामले पर सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा यह सब उनके विरोधियों द्वारा की गई एक साजिश है और दुर्गेश नंदिनी पर भी कई आरोप लगा डाले. फिलहाल, इस मामले में कांग्रेस नेता पूनम पंडित ने भी अब तक चुप्पी साध रखी है. माना जा रहा है कि इस विवाद के चलते कहीं पूनम पंडित और दीपक गिरी की सगाई खतरे में ना पड़ जाए.