UP Politics: उत्तर प्रदेश प्रयागराज में आयोजित का महाकुंभ का सफल समापन भले 26 फरवरी को हो गया है लेकिन महाकुंभ आयोजन पर सियासत अभी भी जारी है. महाकुंभ आयोजन के दौरान लापता हुए लोगों के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी चीफ और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और भारतीय जनता पर बड़ा हमला बोला है.

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा, "तीस करोड़ कमाने का झूठा हिसाब तो दे दिया, अब अपनों खोने-गंवाने वालों को जवाब कब देंगे. परिवारवाले ही अपनों के गुम हो जाने का दर्द जानते हैं. परिजन कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!.'

महाकुंभ आयोजन के बाद के एक नाविक परिवार द्वारा तीस करोड़ रुपये की कमाई करने के सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान पर उत्तर प्रदेश की सियासत तेज है. सपा चीफ अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा है. "तीस करोड़ कमाने का झूठा हिसाब तो दे दिया, अब अपनों खोने-गंवाने वालों को जवाब कब देंगे. दरअसल सीएम योगी ने बजट सत्र के दौरान विधानसभा में कहा था कि एक नाविक परिवार को महाकुंभ के दौरान 130 नावों के संचालन से 30 करोड़ रुपये की आय हुई है.

'नामजद के नाम की सदन में की तारीफ'नाविक पिंटू को लेकर अखिलेश यादव ने एक्स पर एक अखबार की कटिंग शेयर करते हुए लिखा, "माननीय ‘महाकुंभ’ में दूसरों की सक्सेज़ स्टोरी क्यों सुना रहे हैं क्या महाकुंभ में उनकी अपनी कोई सक्सेज़ स्टोरी नहीं है? अगर सुनानी है तो सच्ची कहानी सुनाएं लेकिन कोई हो तब ना. ‘पातालखोजी’ पहले पता कर लिया करें फिर महिमामंडन किया करें. पहले ठग से एमओयू कर लिया, अब नामज़द के नाम की सदन में बंद आँखों से तारीफ़ कर दी. अब तो आँखे खोलें. इन्हीं सब वजहों से ही भाजपा सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. अखिलेश यादव ने आगे लिखा कि, "इस समाचार की सच्चाई की पड़ताल हो. अगर सच में एक परिवार ने महाकुंभ में अकेले 30 करोड़ कमाए हैं, तो जीएसटी कितना मिला ये भी तो बताएं."

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