UP News: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) के बाद से ही समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) गठबंधन लगातार बिखरते जा रहा है. हालांकि इस बीच सपा और आरएडी (RLD) का गठबंधन बना हुआ है. लेकिन रालोद के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय (Ramashish Rai) के बयान से अचानक सियासत तेज हो गई. रामाशीष राय के बयान पर राजनीतिक बयानबाजी इतनी ज्यादा बढ़ गई कि रालोद विधायक चंदन चौधरी (Chandan Chaudhary) को सफाई देने के लिए आना पड़ा.


दरअसल, आरएलडी प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने कहा, "अखिलेश यादव के साथ 2024 का गठबंधन है, लेकिन रालोद ने ये फैसला किया है कि पूरे उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी का जनाधार बढ़ाने और संगठन की मजबूती के लिए रालोद स्थानीय निकाय का चुनाव अकेली ही लड़ेगी. ये बात अलग है कि कहीं दोनों पार्टियों के जिला अध्यक्षों में सहमति होने के बाद एक ही चुनाव लड़े." प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान से खलबली बच गई, मीडिया में अटकलें चलने लगी कि क्या अब सपा और आरएलडी का गठबंधन टूट गया.


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जयंत चौधरी ने दिया जवाब
गठबंधन टूटने की ये चर्चा अभी तूल ही पकड़ रही थी कि रालोद विधायक चंदन चौधरी को बयान देकर इस मामले को स्पष्ट करना पड़ा था. रालोद विधायक ने कहा, "विपक्ष के सभी नेताओं को एक करके हम गठबंधन में हैं. मैं आश्वसत करता हूं कि ये विश्वास आगे भी जारी रहेगा. जयंत चौधरी के कार्यालय से एक बयान भी जारी किया गया है. निकाय चुनाव के लिए एक कमेटी बनाई गई है. वो कमेटी जो रिपोर्ट देगी, उसपर जयंत चौधरी फैसला लेंगे. इसके अलावा हमारी पार्टी में कोई अधिकृत व्यक्ति नहीं हैं."


अब रालोद के प्रदेश अध्यक्ष के ओर से दिए गए इस बयान पर लगातार सफाई दी जा रही है. वहीं दूसरी ओर ये सवाल भी अब खड़ा हो गया है कि क्या रालोद और सपा गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. हालांकि पार्टी के नेताओं का कहना है कि दोनों पार्टियों का गठबंधन ऐसे ही आगे जारी रहेगा. 


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