सीतापुर, एबीपी गंगा। कोरोना ने कोहराम मचा रखा है। आपने लोगों के अक्सर ये कहते हुए सुना होगा कि अरे नाम क्या रखा है। तो जनाब, अब जा लीजिए की नाम में ही बहुत कुछ रखा है। ऐसा हम क्यों कह रहे हैं चलिए ये भी आपको बताते हैं।


कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया में खौफ है। सरकार ने लोगों से अपील जारी कर घरों में रहने को कहा है। देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के कारण आम लोग सतकर्ता बरत रहे हैं लेकिन, इस बीमारी ने उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के एक गांव के लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।



दरअसल, उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक गांव है, जिसका नाम कोरोना वायरस से मिलता जुलता है। इस गांव का नाम 'कोरौना' है। मिलता-जुलता नाम होने की वजह से गांवों के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। कोरोना की वजह से हालात ये बन गए हैं कि इस गांव के लोगों को भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है।


कोरौना गांव में रहने वाले एक ग्रामीण राजन ने न्यूज एजेंसी को बताया कि 'जब भी हम लोगों से कहते हैं कि हम कोरौना से हैं, तो लोग हमें नजरअंदाज करते हैं। लोग ये समझ नहीं पा रहे हैं कि ये एक गांव का नाम है न कि वायरस से कोई संक्रमित व्यक्ति। हमारे गांव में आने को कोई तैयार नहीं है। कुछ लोग तो इतना डरते हैं कि वे फोन पर बात भी नहीं करते हैं।'





गांव में ही रहने वाले एक अन्य व्यक्ति सुनील ने कहा, 'जब हम सड़क पर निकलते हैं तो पुलिस हमसे पूछती है कि कहां जा रहे हो और हम बताते हैं कि हम कोरौना जा रहे हैं तो पुलिस भी बेचैन हो जाती है। अगर हमारे गांव का नाम ही इस तरह का है तो हम क्या कर सकते हैं।'



बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए देश भर में तीन हफ्तों के लिए लॉकडाउन है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 1100 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, इस बीमारी से अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है।