Rampur News: उत्तर प्रदेश के रामपुर में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद अतर्राष्ट्रीय सोना तस्करी और लूट की वारदात से जुड़े 5 अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से आधा किलो से अधिक सोना और 13 लाख रुपये कैश बरामद कर तस्करी और लूट की घटना का खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक तस्करी करने के लिए यह लोग सोने के गोले को तरल पदार्थ से चिकना कर उसे कंडोम में रख कर अपने मलद्वार में छुपा लेते थे और एयरपोर्ट पर कस्टम के दौरान पकड़े नहीं जाते थे.


दुबई से तस्करी कर रामपुर के टांडा लाए जा रहे सोने पर 28-29 अप्रैल की रात में लुटेरों ने ही हाथ साफ कर दिया था. यह सोना पहले दुबई से मुंबई लाया गया था और फिर मुंबई से फ्लाइट के जरिए नेपाल ले जाया गया. जहाँ से टैक्सी के जरिए सोना रामपुर लाया जा रहा था. इसी दौरान रामपुर के मिलक थाना इलाके में लुटेरों ने तस्करी कर लाए जा रहे सोने को लूट लिया था. पुलिस के डर से तस्करों ने सोना लुटने की पहले तो शिकायत दर्ज नहीं कराई लेकिन मामला चर्चा में आने के बाद पुलिस हरकत में आ गई और इस पूरे प्रकरण का खुलासा कर दिया. 


मुठभेड़ में गिरफ्तार हुए आरोपी 
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि तारिक ने पुलिस को बताया कि तारिक व उसका साथी अजहर, मुकीम, फरहान चारों लोग टांडा से दिल्ली कार द्वारा एयरपोर्ट पहुंचे थे, इसके बाद यहां से आरोपी फ्लाइट से मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे और 28 अप्रैल की रात में इंडिगो की फ्लाइट से मुंबई का लियाकत 1100 ग्राम सोना लेकर आया था. मुंबई में दुबई से आने वाली फ्लाइट काठमांडू नेपाल जानी थी. इसी फ्लाइट में सभी लोग सवार हुए और फ्लाइट के काठमांडू पहुंचने पर काठमांडू से ही फ्लाइट से वह नेपाल के नेपालगंज पहुंचे और फिर वहां से सड़क मार्ग से होते हुए रामपुर के टांडा आ रहे थे.


इस दौरान रामपुर जनपद के मिलक थाना इलाके में उनके साथ लूट की घटना हो गई. एसपी ने बताया कि काठमांडू वाले रूट पर चेकिंग कम होती है, इसलिए उन्होंने यह रास्ता अपनाया था. लुटेरों के तार पहले से ही सोना तस्करों के साथ जुड़े होने की आशंका थी क्योंकि लुटेरों को लगा कि तस्करी के सोने की शिकायत नहीं होगी और सोना आसानी से खपा दिया जाएगा.


पुलिस ने कस्टम विभाग को सौंपा केस
रामपुर के एसपी राजेश द्विवेदी ने आरोपियों से की गई पूछताछ के बाद बताया की दुबई से मुंबई, दिल्ली व लखनऊ आने वाली फ्लाइट में चेकिंग ज्यादा होने की वजह से कस्टम की टीम एक्टिव थी. इससे बचने के लिए मुंबई निवासी लियाकत द्वारा सोने के 250-250 ग्राम के गोले बनाकर उसे कैमिकल से तरल बना लिया था और सोने के इन गोलों को लियाकत ने कंडोम के जरिए अपने मलद्वार में छुपा लिया था इसको छिपाकर वह मुंबई तक ले आया और फिर यहां से उसे निकालकर अपने तस्कर गिरोह के साथियों के सुपुर्द कर दिया था. 


इस गिरोह का शफीक उर्फ गटुआ रामपुर के टांडा थाना इलाके का रहने वाला है. बीती रात वह अपने तीन साथियों के साथ कार में सवार हो कर जा रहा था. पुलिस ने चेकिंग के दौरान इन्हें रुकने का इशारा किया तो इन्होने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की जवाबी कार्यवाही में शफीक उर्फ गटुआ के टांग में गोली लगी जिस से वह घायल हो गया और उसे उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया.


इसके साथ ही पुलिस ने तस्कर गिरोह के दो और लोगो को सोना बेचने की कोशिश करते समय गिरफ्तार किया है, कुल 5 अपराधियों को पकड़ा गया है जिनके कब्जे से 560 ग्राम वजन के सोने के दो गोले, 13 लाख रूपये कैश , एक कार और अवैध हथियार बरामद किए गये हैं. पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि सोने की तस्करी और लूटपाट के पूरे मामले की जानकारी कस्टम विभाग को भेजी गई है आगे की कार्रवाई विभाग करेगा. सोना तस्करी मामले में टांडा के छह लोग सऊदी अरब सहित अन्य देशों की जेलों में बंद हैं, चावल नगरी नाम से जाने वाला टांडा अब सोना तस्करों के नाम से चर्चित हो रहा है.


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