प्रयागराज: दिल्ली-मुम्बई समेत कई बड़े शहरों के रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट तीन गुना ज़्यादा दाम यानी तीस रूपये में बेचे जाने पर मचा कोहराम अभी थमा भी नहीं था कि रेलवे ने अब प्रयागराज मंडल के सात स्टेशनों पर इसे 50 रूपये में बेचना शुरू कर दिया है. कानपुर-प्रयागराज-मिर्ज़ापुर और अलीगढ़ जैसे स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट की बिक्री दो दिन पहले ही शुरू हुई है. इन स्टेशनों पर 10 रूपये का प्लेटफार्म टिकट 50 रूपये में बेचा जा रहा है.


10 रूपये का प्लेटफार्म टिकट 50 रूपये में बेचे जाने से ज़रूरतमंद लोगों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि इसके पीछे रेलवे ने यह दलील दी है कि गैर ज़रूरी भीड़ को रोकने के लिए अस्थाई तौर पर यह फैसला लिया गया है. 10 का प्लेटफार्म टिकट 50 रूपये में सिर्फ 30 जून तक ही बेचा जाएगा. उसके बाद नये सिरे से फैसला लिया जाएगा, लेकिन इस तरह का नियम बनाते वक़्त रेलवे शायद यह भूल गया कि लोग रेलवे प्लेटफॉर्म्स पर पिकनिक मनाने या घूमने के लिए बल्कि ज़रूरी काम की वजह से जाते हैं. बेशक प्लेटफार्म टिकट पांच गुना ज़्यादा दाम पर बेचे जाने से भीड़ कुछ कम हो सकती है, लेकिन तमाम ज़रूरतमंद इसकी वजह से रेलवे स्टेशन पर अंदर जाने से ज़रूर वंचित रह जाएंगे.


रेलवे ने प्लेटफार्म टिकट का दाम पांच गुना किये जाने का फैसला लेते वक़्त एक और गलती की है. प्लेटफार्म टिकट 50 रूपये का बेचा जा रहा है, जबकि इन स्टेशनों से नजदीक के कुछ स्टेशनों का अनारक्षित टिकट सिर्फ पचीस से तीस रुपये में मिल रहा है. ऐसे में अगर रेलवे स्टेशन जाने वाला कोई शख्स प्लेटफार्म टिकट के बजाय नजदीक के किसी स्टेशन का अनारक्षित टिकट खरीदकर प्लेटफार्म पर जाता है तो रेलवे के पास उसे रोकने का कोई रास्ता नहीं होगा. अनारक्षित टिकटों की बिक्री शुरू होने के बाद प्लेटफार्म टिकट 50 रूपये किये जाने का फैसला बेतुका ही लगता है.


प्लेटफार्म टिकट के दाम 10 रूपये से बढ़ाकर 50 रूपये रखे गए


गौरतलब है कि पिछले साल मार्च महीने में कोरोना की दस्तक के बाद ट्रेनों का संचालन बंद होने पर रेलवे ने प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री बंद कर दी थी. यात्री ट्रेनें अब भी स्पेशल के तौर पर ही चल रही हैं. दिल्ली-मुम्बई जैसे बड़े शहरों ने पिछले दिनों प्लेटफार्म टिकट की बिक्री शुरू की तो इसकी कीमत तीन गुना बढाकर 30 रूपये कर दी थी. इस पर काफी कोहराम मचा था. यह कोहराम अभी थमा भी नहीं कि प्रयागराज मंडल ने सात रेलवे स्टेशनों पर पिछले दो दिनों से प्लेटफार्म टिकट बेचने शुरू कर दिए. प्रयागराज मंडल के सात रेलवे स्टेशनों प्रयागराज जंक्शन, कानपुर, अलीगढ़, इटावा, टुंडला, मिर्ज़ापुर और प्रयागराज छिंवकी पर टिकटों की बिक्री शुरू की है. हालांकि इन सभी जगहों पर प्लेटफार्म टिकट के दाम 10 रूपये से बढ़ाकर 50 रूपये रखे गए हैं.


नार्थ सेंट्रल रेलवे ज़ोन के सीपीआरओ अजीत कुमार सिंह के मुताबिक़ इस तरह का फैसला इसलिए लिया गया है ताकि बहुत ज़रूरतमंद लोग ही रेलवे स्टेशनों में दाखिल हों सकें. आने वाले दिनों में होली का त्यौहार है और साथ ही गर्मी की छुट्टियां भी शुरू हो रही हैं, ऐसे में रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ने की उम्मीद है. मुसाफिरों को छोड़ने या रिसीव करने वाले ज़्यादा लोग प्लेटफार्म तक न जाएं, इसीलिये प्लेटफार्म टिकट का दाम बढ़ाकर 50 रूपये किया गया है. उनके मुताबिक़ कोरोना का खतरा अभी कम नहीं हुआ है. ऐसे में भीड़ को काबू में रखने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन कराने के लिए इस तरह का फैसला करना ज़रूरी था. उनके मुताबिक़ प्लेटफार्म टिकट के दाम पांच गुना किये जाने का फैसला डिवीजन लेवल पर किया गया है. हालांकि रेलवे यात्रियों ने इस पर मिली जुली प्रतिक्रिया जताई है.


यह भी पढ़ें-


रेस से बाहर रहते हुए उत्तराखंड में फर्स्ट आए तीरथ सिंह रावत, जानें- कैसे कटा बीजेपी के दिग्गजों का पत्ता?