Uttar Pradesh News: वर्चस्व की लड़ाई को लेकर यूपी की रायबरेली जिला जेल (Raebareli District Jail) में तैनात दबंग सिपाहियों ने अपने ही वर्दीधारी साथी की लाठी-डंडों से जमकर पिटाई कर दी. मरणासन्न अवस्था में पड़े बंदीरक्षक को बचाने अन्य बंदीरक्षक मौके पर पहुंचे और घायल सिपाही को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया. मामला तूल उस समय पकड़ लिया जब मारपीट का लाइव वीडियो वायरल (Viral Video) हुआ. वीडियो वायरल होने के बाद आनन-फानन में पांचों दबंग बंदीरक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा कर उन्हें निलंबित कर दिया गया और विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करा दी गई. मामला जिला जेल रायबरेली का है.


घायल सिपाही का इलाज जारी
जिला जेल में तैनात मुकेश दुबे की कैदियों के लिए भोजन आदि की व्यवस्था में ड्यूटी लगी थी, जिसमें गड़बड़ी करने के लिए जिला जेल में वर्षों से तैनात दबंग सौरभ वर्मा, विजय सिंह, राजीव शुक्ला, प्रवेश सिंह, जसवंत कुमार द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा था. बात न मानने पर दबंग सिपाहियों द्वारा कई बार अपरोक्ष रूप से धमकी भी दी गई थी, लेकिन इसका असर मुकेश पर नहीं पड़ा. बीते 26 दिसंबर को जिला जेल का भंडार गृह बंद करवाकर मुकेश अपने घर जा रहा था, तभी पहले से घात लगाए दबंग सिपाहियों ने सरकारी डंडे से ही मुकेश की पिटाई शुरू कर दी और लाठी-डंडों से सिपाही की तब तक पिटाई की जाती रही जब तक वह नीचे नहीं गिर गया. घायल सिपाही को लोगों ने अस्पताल पहुंचाया जहां उसका इलाज चल रहा है.


आरोपियों के खिलाफ मुकदमा
मारपीट की घटना को पहले तो जिला प्रशासन छुपाने में लगा था, लेकिन जैसे ही मारपीट का लाइव वीडियो वायरल हुआ जिला प्रशासन के हाथ पांव फूल गए. पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के निर्देश पर आरोपियों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया गया. वहीं डीजी जेल आनंद कुमार के निर्देश पर पांचों पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू करा दी गई. बता दें कि जेल में प्रतिबंधित वस्तुओं की सप्लाई का खेल भी इन दबंग पुलिस कर्मियों द्वारा किया जाता रहा है, जिसकी लड़ाई पूर्व में भी हो चुकी है. अब देखना यह है कि इन दबंग पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच में जेल प्रशासन क्या खेल करता है? सूत्रों के अनुसार ये दबंग बंदीरक्षक जेल के एक साहब के काफी करीबी हैं. 


जेलर ने इसपर क्या बताया
जेलर सत्य प्रकाश ने बताया कि, 26 दिसंबर की शाम को बंदी रक्षक मुकेश दुबे द्वारा अवगत कराया गया कि, उनके जेल से बाहर निकलने पर 5 बंदी रक्षकों द्वारा उनके साथ मारपीट की गई है. आरोपियों को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है. मुकेश दुबे की प्रार्थना पत्र के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवा दिया गया है.


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