बस्ती: इस महामारी और संकट के दौर में भी कुछ लोग मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाने से पीछे नहीं हट रहे और इंसानियत को ताक पर रखकर मरीज का आर्थिक शोषण कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने उस वक्त आया जब एक नर्सिंग होम में एक-एक दिन के लिए मरीजों से 30 से 40 हजार की वसूली की जा रही थी. कोरोना महामारी को अवसर में बदलने वाले लोगों पर कार्रवाई शुरू हो गई है. दवा व ऑक्सीजन के नाम पर मरीजों व स्वजनों से अवैध वसूली करने के मामले में प्रशासनिक टीम ने बड़ी कार्रवाई की है.


कोतवाली क्षेत्र के पचपेड़िया रोड पर संचालित आस्था हास्पिटल में प्रशासनिक टीम और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की. मौके पर अस्पताल के पंजीकरण के कोई अभिलेख नहीं मिले. जांच के दौरान हास्पिटल अवैध रूप से संचालित होता पाया गया. मौके से पांच आक्सीजन सिलेंडर बरामद करने के साथ ही पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है.


मौके से फरार हुआ संचालक


एसडीएम बस्ती सदर आशाराम वर्मा की अगुवाई में कोतवाल मनोज कुमार त्रिपाठी, स्वाट टीम प्रभारी विनोद यादव की संयुक्त टीम ने छापेमारी की. टीम ने बताया कि पिछले कई दिनों से शिकायत मिल रही थी कि हास्पिटल संचालक अवैध रूप से आक्सीजन सिलेंडर मंगवाते हैं और 35 से 50 हजार रुपये में बेच रहे थे. शिकायत को गंभीरता से लिया गया. जब टीम पहुंची तो वहां ग्राहकों को पहले से आक्सीजन सिलेंडर आपूर्ति के लिए बुलाया गया था. संचालक अनिरुद्ध चौधरी मौके से फरार हो गए, जबकि उसका भाई अजीत टीम की गिरफ्त में आ गया. स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को सील कर दिया है और मौके से 4 जंबो ऑक्सिजन सिलेंडर बरामद किया है.


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