Uttar Pradesh News: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) ने देश को साल 2025 तक टीबी की बीमारी (TB Cough Symptoms) से आजाद कराने का लक्ष्य तय किया है. इसके लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में आज से टीबी मरीजों (TB Patients) की पहचान का एक विशेष अभियान शुरू किया गया है. आज से शुरू हुआ यह विशेष अभियान 5 मार्च तक चलेगा. इसके तहत घर-घर जाकर टीबी मरीजों की पहचान के लिए 388 टीमें गठित की गई हैं. इन टीमों की मॉनिटरिंग के लिए 78 सुपरवाइजर भी तैनात किए गए हैं.


अभियान के पहले चरण में 23 फरवरी तक टीमें अनाथालय, वृद्ध आश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसों और नवोदय विद्यालयों में जाएंगी, जबकि इसके बाद भीड़ भाड़ वाली जगहों के साथ ही 20 फीसदी घरों में जाकर वहां भी टीबी मरीजों के पहचान की मुहिम चलाई जाएगी. बता दें कि सरकारी प्रयासों से पिछले कुछ सालों में टीबी पर लगाम लगाने में काफी हद तक सफलता मिली है. समय से जांच कराकर इलाज कराने से टीबी को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है. लापरवाही करने पर यह जानलेवा साबित हो सकती है.


खानपान के लिए दिए जाएंगे पैसे
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर अरुण कुमार तिवारी के मुताबिक प्रयागराज जिले की जनसंख्या तकरीबन 70 लाख है, इनमें से कम से कम 20 फीसदी लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है. जो भी मरीज हैं वे सामने आएंगे उनका स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मुफ्त इलाज किया जाएगा और साथ ही खानपान के लिए उन्हें पैसे भी दिए जाएंगे. डॉक्टर तिवारी के मुताबिक पिछले साल के अभियान में 15,000 से ज्यादा टीबी मरीज सामने आए थे. इस बार भी करीब इतने ही लोगों के सामने आने की उम्मीद जताई रही है. उनके मुताबिक अगले 3 सालों तक इसी तरह अभियान चलाकर देश को टीबी मुक्त कराया जाएगा.


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