Prayagraj News Today: प्रयागराज महाकुंभ में पेशवाई के रथ पर बैठने के बाद हर्षा रिछारिया काफी विवादों में रही है. इस दौरान साध्वी का वेष धारण करने, नकली जटाओं के साथ त्रिपुंड लगाने पर हर्षा रिछारिया को कई साधु संतों ने कड़ी फटकार लगाई थी. इसके बाद वह महाकुंभ छोड़कर चली गई थीं.
हालांकि एक बार फिर बसंती पंचमी पर आखिरी अमृत स्नान के दौरान सोमवार (2 फरवरी) को हर्षा रिछारिया ने महाकुंभ में वापसी की है. इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया हैंडल इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया है. हर्षा रिछारिया के इस पोस्ट पर लोगों की मिली जुली प्रतिक्रिया मिल रही है.
महाकुंभ में हर्षा रिछारिया ने की वापसीअपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट एक वीडियो पोस्ट करते हुए हर्षा रिछारिया ने लिखा, "सारी चुनौतियों को स्वीकार कर आज एक बार फिर भगवा पहनकर, मस्तक पर चंदन लगाकर, जटाओं के साथ तीसरे और अंतिम अमृत स्नान पर संगम में डुबकी लगाकर सबको ये संदेश देना चाहा कि गिराने वाले भले ही लाख हों पर संभलने वाला भोलेनाथ है."
हर्षा रिछारिया ने पोस्ट के आखिर में लिखा, "अब यहां से एक सनातनी साधक का सफर शुरू होगा. हर हर महादेव." उनके इस पोस्ट को अब तक लगभग 38 हजार लोगों ने लाइक किया और सैकड़ों लोगों ने कॉमेंट किया है. हर्षा रिछारिया के महाकुंभ में वापस आने के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
सोशल मीडिया पर पोस्ट वीडियो में देखा जा सकता है कि हर्षा रिछारिया गेरुआ वस्त्र में साधु संतों के साथ जा रही हैं. इस दौरान वह महाकुंभ में कड़े सुरक्षा घेरे में संगम नोज पर डुबकी लगाती हुई भी दिखाई पड़ रही है. हर्षा रिछारिया को देखकर महिलाओं में उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ लग गई.
हर्षा रिछारिया को लेकर क्यों है विवाददरअसल, हर्षा रिछारिया महाकुंभ के पहले शाही स्नान के बाद सोशल मीडिया वायरल हो गई थीं. उन्होंने भगवा वस्त्र धारण कर, जटा और त्रिपुंड लगाकर शाही स्नान किया था. इस मौके पर हर्षा रिछारिया ने दावा किया था कि वह दो साल से साध्वी हैं. इसके बाद पता चला था कि वह एक कंटेट क्रिएटर हैं और जल्द ही उनकी शादी होने वाली है. जब सच्चाई सामने आई तो संत समाज ने उनका विरोध किया और उन्हें महाकुंभ छोड़ना पड़ा.
संतों का कहना था कि वह सिर्फ फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए साध्वी बनकर महाकुंभ में ढोंग कर रही थी और यह सनातन धर्म का अपमान है. सोशल मीडिया पर उन्होंने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री कैलाशानंद गिरी जी महाराज को अपना गुरु बताया था, हालांकि उन्होंने अब अपने इंस्टा की बायो बदल दी है.
एक इंटरव्यू में हर्षा रिछारिया ने कहा था कि "शादी को लेकर मैंने तो कुछ नहीं सोचा है. मैं धर्म के लिए संस्कृति के लिए और युवाओं को जागृत करने की दिशा में काम करुंगी. मुझे लगता है कि मुझे अभी फिलहाल यही करना चाहिए. अगर हर आदमी सरकारी नौकरी करेगा और विदेश चला जाएगा तो धर्म के लिए कौन काम करेगा. मुझे लगता है कि भगवान ने इस काम के लिए मुझे चुना है."
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