Prayagraj News: अखाड़ा परिषद के दिवंगत अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Narendra Giri Death Case) की मौत को लेकर मुख्य आरोपी आनंद गिरि (Anand Giri) और दो अन्य आरोपियों पर शुक्रवार को भी आरोप तय नहीं हो सका. दरअसल, आनंद गिरि समेत तीनों आरोपियों पर महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है. कोर्ट ने आनन्द गिरि पर आरोप तय करने के लिए 27 जनवरी की तारीख तय की थी.


तारीख तय होने के बाद आनंद गिरि के अधिवक्ता ने कोर्ट से एक अंतिम अवसर दिए जाने की मांग की. जिसके बाद कोर्ट ने आरोप तय करने के लिए अब 7 फरवरी की तिथि दी है. मुख्य आरोपी आनंद गिरि इन दिनों चित्रकूट जेल में बंद है जबकि दो अन्य आरोपी आद्या तिवारी और संदीप तिवारी नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. इसी के साथ इलाहाबाद हाईकोर्ट से आनंद गिरि की जमानत अर्जी भी खारिज हो चुकी है.


7 फरवरी को होगी मामले की सुनवाई
आनंद गिरि पर आरोप तय करने के लिए 7 फरवरी को पूरे मामले की सुनवाई होगी. बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि 20 सितंबर 2021 को अल्लापुर स्थित श्रीमठ के एक कक्ष में रस्सी के फंदे से लटके मिले थे, जिसके बाद उन्हें ऐसी हालत में देखकर सबके होश उड़ गए थे. साथ ही पुलिस को कमरे में से 9 पन्नों का एक सुसाइड नोट मिला था. जिसमें आनंद गिरि समेत तीनों आरोपियों पर महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है.


इससे पहले कोर्ट ने 27 जनवरी की तारीख तय की थी, लेकिन आनंद गिरि के अधिवक्ता ने अंतिम अवसर की मांग की. अब आनंद गिरि को यह अंतिम अवसर दिया गया है और 7 फरवरी को आरोप तय होने के बाद ही मामले की सुनवाई की जाएगी.


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