उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद में स्थित नैनी सेंट्रल जेल में शनिवार को उस समय हड़कम्प मच गया, जब उम्रकैद की सजा काट रहे 60 वर्षीया कैदी उदय राज लोध ने आम के पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना जेल प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं. जेल प्रशासन ने परिजनों को सूचित करने के साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
मृतक उदयराज कौशाम्बी के बरुआ गांव के रहने वाले थे, और 20 जुलाई 2025 को सेंट्रल जेल शिफ्ट हुए थे. उन्होंने हाईकोर्ट में अपील की थी, जिसका निर्णय आना अभी बाकी था. डीजी जेल ने पूरे मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.
क्या है पूरा घटनाक्रम ?
जेल प्रशासन के मुताबिक शनिवार शाम तक़रीबन 5 बजे यह घटना घटी. कैदी उदयराज लोध जेल परिसर में चक्र संख्या-2 में दरी गोदाम के पास आम के पेड़ पर चढ़ गए और गमछे से फांसी लगा ली. बाकी कैदियों ने शोर मचा दिया. जेलकर्मियों ने फौरन उतारकर जेल के अस्पताल ले गए. लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. जेल अधीक्षक के मुताबिक कैदी ने मौका पाकर यह आत्मघाती कदम उठाया. सुरक्षा में चूक हुई है, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे थे
बता दें कि उदय राज लोध कौशांबी जनपद में पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र बरुआ गांव के निवासी थे. उन्हें 23 दिसंबर 2023 को एडीजे कौशांबी कोर्ट ने हत्या के आरोप में उम्रकैद की सज़ा सुनाई थी. सजा के खिलाफ उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में क्रिमिनल अपील दाखिल की थी, जो अभी विचाराधीन थी. 20 जुलाई 2025 को कौशांबी जिला जेल से उन्हें नैनी सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया था, जहां हाई सिक्योरिटी कैदियों को रखा जाता है. जेल रिकॉर्ड के अनुसार, उनके खिलाफ केवल हत्या का एक प्रमुख केस था, और वे परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे.
न्यायिक जांच के आदेश
घटना के बाद से जेल प्रशासन में हड़कम्प मचा हुआ है. शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया है. डीजी जेल ने पूरे मामले के मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं. पूरी घटना में जेल के सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही सामने आई है.