UP News: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मंत्री आतिशी को विधायकों की खरीद फरोख्त मामले में क्राइम ब्रांच से नोटिस जारी होने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि गुनाहों के गटर पर गठबंधन का शटर लगाकर बचने की कवायद कतई कामयाब नहीं होगी. गठबंधन का शटर लगानेवाले गुनाहों के गटर में डूबे हुए हैं. ऐसे में मोदी सरकार की करप्शन पर जीरो टॉलरेंस की नीति से खुद को बचा नहीं पाएंगे और गलत करनेवालों को जेल जाना होगा. 


 मुख्तार अब्बास नकवी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को समय की जरूरत बताया है. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर और आजादी के समय सक्रिय रहने वाले दूसरे नेताओं ने भी देश में समान कानून लागू किए जाने की वकालत की थी. यूनिफॉर्म सिविल कोड के विरोधियों को उन्होंने आड़े हाथों लिया. मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुष्टीकरण को सशक्तिकरण और सुधार के समावेशी मिजाज से बदल दिया है. पहले तुष्टिकरण का सांप्रदायिक रिवाज था. अब सुधार और समावेशी विकास का मिजाज है. उन्होंने यूनिफॉर्म सिविल कोड को संवैधानिक ड्यूटी माना.


यूसीसी का विरोध करनेवालों पर बरसे मुख्तार अब्बास नकवी


मुख्तार अब्बास नकवी के मुताबिक सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड से किसी भी मजहब या संप्रदाय के धार्मिक अधिकारों पर बंदिश नहीं लगने जा रही है. ऐसे में विपक्ष का विरोध गलत है और सरकार का कदम सराहनीय है. उन्होंने सभी पार्टियों से यूनिफॉर्म सिविल कोड का स्वागत करने की अपील की. उन्होंने विरोधियों को नसीहत देते हुए कहा कि कल सेकुलरिज्म का ढोंग रचने वाले आज खुद को सनातनी दिखाने का मौका नहीं छोड़ते हैं.


बाबा बैद्यनाथ धाम में राहुल गांधी की पूजा पर भी दी प्रतिक्रिया


कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में पूजा-अर्चना पर उन्होंने कहा कि कुछ नेता रूम में टोपी और रोड पर तिलक लगाकर घूमने का दिखावा करते हैं. राहुल गांधी अब बीजेपी की नकल करने की कोशिश में हैं और खुद को सनातनी सूरमा साबित करना चाहते हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी तय नहीं कर पा रहे हैं कि सेकुलरिज्म का नारा लगाना है या सनातनी सूरमा साबित करना है. नकवी के मुताबिक राहुल गांधी को तर्कों की कंगाली हो गई है.


उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद महसूस नहीं कर पा रहे हैं कि 24 के चुनाव में क्या हाल होने वाला है. कांग्रेस ने 50 वर्षों तक देश पर राज किया लेकिन आज क्षेत्रीय दल उसे एक सीट भी देने को तैयार नहीं है. कभी मुल्क की पार्टी कहलाने वाली कांग्रेस अब मोहल्ले की पार्टी के तौर पर सिमट रही है. राहुल गांधी अब न घर के हैं, न घाट के, न इधर के हैं, न उधर के हैं. राहुल गांधी को न खुदा ही मिल रहा है और न ही विसाले सनम.


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