Atiq Ahmed News: संगम नगरी प्रयागराज एक बार फिर माफिया राज के शर्मनाक कारनामों से दहल गई है. माफिया अतीक अहमद के रिश्तेदारों ने खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ाकर सरकारी जमीन को बेच डाला, और पुलिस तमाशबीन बनी रही. मामला अतीक अहमद के साढ़ू इमरान और उसके भाई जीशान उर्फ जानू से जुड़ा है, जो खुल्दाबाद थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं. 

इन दोनों ने न सिर्फ सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया, बल्कि जिस जमीन को पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया था, उसी जमीन की प्लॉटिंग कर उसे ऊंचे दामों में बेच डाला. सवाल उठता है कि जिस जमीन को जब्त कर प्रशासन ने अपने कब्जे में लिया था, उसकी सुरक्षा जिम्मेदारी किसकी थी? और वह जमीन दो हिस्ट्रीशीटरों के कब्जे में कैसे चली गई?

मामले का खुलासा होने पर पुलिस का एक्शनइस बड़े खेल का खुलासा होते ही पुलिस महकमा हरकत में आया और करेली थाने में दो एफआईआर दर्ज की गईं. अब मामले की जांच शुरू हो चुकी है. एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजय पाल शर्मा ने कहा है कि “मामले में जिसकी भी संलिप्तता सामने आएगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.”

क्या माफियाओं पर कसेजा प्रशासन का शिकंजाaहालांकि, सवाल ये भी है कि क्या यह कार्रवाई सिर्फ कागजों तक सीमित रहेगी या असल में माफियाओं पर शिकंजा कसेगा? यह मामला न केवल पुलिस की लापरवाही को उजागर करता है बल्कि यह भी दिखाता है कि माफिया और उनके रिश्तेदार किस हद तक सिस्टम को चकमा देने में सक्षम हैं. पुलिस के अनुसार, एनुद्दीनपुर में गैंगस्टर एक्ट के तहत 19 मार्च 2021 को कुर्क की गई. आठ अलग-अलग आराजियों पर मोहम्मद इमरान, मोहम्मद कामरान, जीशान और उसकी मां जाहिदा बेगम सहित 12 लोगों ने साजिशन कब्जा कर अवैध निर्माण करवाया.

(प्रयागराज से सौरभ मिश्रा की रिपोर्ट)

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