Alvida Jumma 2022: अलविदा जुमा यानी रमजान माह के आखिरी शुक्रवार की नमाज कल संगम नगरी प्रयागराज में भी पूरी अकीदत और एहतराम के साथ अदा की जाएगी. इसे लेकर मस्जिदों में खास इंतजाम किये जा रहे हैं. हालांकि यह पहला मौका होगा जब अलविदा जुमा की नमाज कहीं भी सड़क पर नहीं होगी. सड़क पर नमाज नहीं पढ़ने का फैसला खुद प्रयागराज के मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लिया है. इसके लिए जामा मस्जिद के शाही इमाम और शहर काजी की तरफ से मस्जिदों के संचालकों और मुतवल्लियों को एडवाइजरी जारी की गई है. 


एडवाइजरी जारी


इस एडवाइजरी में साफ़ तौर पर कहा गया है कि अलविदा जुमे की नमाज किसी भी सूरत में सडकों पर नहीं होनी चाहिए. लोगों को भी सड़क पर नमाज अदा करने के बजाय इसे गली-मोहल्लों की मस्जिदों में ही पढ़ना चाहिए. अगर मस्जिदों में भीड़ ज्यादा आ जाए तो भी सड़क पर नमाज नहीं होगी. अगर बहुत जरूरी हो तो मस्जिदों में दो बार में नमाज अदा कर ली जाए. जामा मस्जिद से यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि गाइडलाइन का पालन हो और कहीं किसी तरह का विवाद न हो. धर्मगुरुओं की इस पहल से प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है. 


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अपील का मुस्लिमों ने किया स्वागत


यह पहला मौका होगा जब अलविदा जुमे की नमाज सड़कों पर नहीं होगी. प्रयागराज में पिछले दो साल अलविदा जुमे पर लॉकडाउन लगा था. लिहाजा नमाज मस्जिदों में भी नहीं हो सकी थी. उससे पहले मस्जिदों के बाहर ट्रैफिक रोककर नमाज पढ़ने की भी परंपरा रही है. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी धर्मगुरुओं की इस पहल का स्वागत किया है और इस अपील पर पूरी तरह अमल करने और सड़क पर किसी भी कीमत पर नमाज नहीं पढ़ने की बात कही है.


सीएम के निर्देश पर हटाए गए थे लाउडस्पीकर


प्रयागराज की जामा मस्जिद ने इससे पहले सीएम योगी के निर्देशों का पालन करते हुए अपने यहां लगे छह में से चार लाउडस्पीकर हटा दिए थे, जबकि बाकी बचे दो की आवाज कम कर दी थी.   


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