PM Modi AMU Speech Live Updates: पीएम मोदी ने कहा- कोरोना संकट के दौरान AMU ने जिस तरह समाज की मदद की वो अभूतर्पूव

PM Modi AMU Speech Live Updates:पीएम मोदी ने कहा कि AMU की दीवारों में देश का इतिहास है, अनेक विभाग, दर्जनों हॉस्टल, हजारों टीचर-छात्रों के बीच एक मिनी इंडिया नजर आता है.यहां एक तरफ उर्दू पढ़ाई जाती है, तो हिंदी भी. अरबी पढ़ाई जाती है तो संस्कृति की शिक्षा भी दी जाती है.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 22 Dec 2020 12:11 PM
पीएम मोदी ने कहा कि अब समय नहीं गंवाना है, सभी को मिलकर आत्मनिर्भर भारत बनाना है. आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है.जिस सदी को भारत की बताया जा रहा है, उस लक्ष्य की तरफ भारत कैसे आगे बढ़ता है, इसे लेकर सब उत्सुक हैं. इसलिए हम सबका एकनिष्ठ लक्ष्य ये होना चाहिए कि भारत को आत्मनिर्भर कैसे बनाएं.

पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर AMU के छात्र ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में रिसर्च करें, जिनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. इनमें 75 आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी, 25 महिला स्वतंत्रता सेनानी के बारे में जानकारी इकट्ठा करें. पीएम मोदी ने साथ ही पुरानी पांडुलिपी को डिजिटल क्षेत्र के जरिए दुनिया के सामने लाने की कोशिश करें.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले मुस्लिम बेटियों को स्कूल ड्रॉपआउट रेट 70% से ज्यादा था वो अब घटकर करीब-करीब 30% रह गया है.
पहले लाखों मुस्लिम बेटियां शौचायल की कमी की वजह से पढ़ाई छोड़ देती थीं, अब हालात बदल रहे हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश आज उस मार्ग पर बढ़ रहा है जहां मजहब की वजह से कोई पीछे न छूटे, सभी को आगे बढ़ने के समान अवसर मिले, सभी अपने सपने पूरे करें.सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास ये मंत्र मूल आधार है. देश की नीयत और नीतियों में यही संकल्प झलकता है.

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान AMU ने जिस तरह समाज की मदद की वो अभूतर्पूव है. लोगों का मुफ्त टेस्ट कराना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में एक बड़ी राशि का योगदान देना समाज के प्रति आपके दायित्यों को पूरा करने की गंभीरता को दिखाता है.
पीएम मोदी ने कहा कि AMU में एक मिनी इंडिया है, यहां उर्दू-हिन्दी-अरबी-संस्कृत पढ़ाई जाती है. पीएम बोले कि यहां की लाइब्रेरी में कुरान है तो गीता-रामायण के अनुवाद भी हैं. AMU में एक भारत-श्रेष्ठ भारत की अच्छी तस्वीर है. यहां पर इस्लाम को लेकर जो रिसर्च होती है, उससे भारत का इस्लामिक देशों से संबंध को नई उर्जा मिलती है.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की दीवारों में देश का इतिहास है, यहां से पढ़ने वाले छात्र दुनिया में देश का नाम रोशन कर रहे हैं. यहां से निकले छात्रों से कई बार विदेश में मुलाकात हो चुकी है, जो हमेशा हंसी-मजाक और शेर-ओ-शायरी के अंदाज में बात करते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिवंगत लाल बहादुर शास्त्री के बाद एएमयू के किसी भी समारोह में शामिल होने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं. साल 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था. सुबह 11 बजे पीएम मोदी AMU के कार्यक्रम को संबोधित करने वाले हैं. इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.


सुबह 11 बजे पीएम मोदी AMU के कार्यक्रम को संबोधित करने वाले हैं. लेकिन संबोधन से पहले ही विवाद हो गया है. यूनिवर्सिटी का एक धड़ा पीएम के शताब्दी समारोह में शामिल होने से खासा नाराज़ है. एएमयू के शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब का कहना है कि यह एएमयू के लिए गर्व की बात नहीं है. यूनिवर्सिटी में स्कॉलर आते हैं. इससे कोई फर्फ नहीं पड़ता कि पीएम मोदी इस समारोह में शामिल हो रहे हैं या नहीं, खासकर तब जब पीएम प्राचीन संस्कृति पर देश को गुमराह कर रहा हो.
एएमयू शिक्षकों ने इस आयोजन का स्वागत किया है. विश्वविद्यालय में धर्मशास्त्र संकाय के प्रोफेसर रेहान अख्तर काजमी ने इस बात पर खुशी जताई है कि पीएम मोदी मुख्य अतिथि के रूप में ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल होंगे. उन्होंने एएमयू के कुलपति के प्रयास की प्रशंसा की और इसे विश्वविद्यालय के लिए एक ऐतिहासिक पल बताया.


एएमयू में साल 1964 में लाल बहादुर शास्त्री के बाद से यहां किसी भी प्रधानमंत्री ने भाषण नहीं दिया है. भारत के पहले प्रधानमंत्री रहे जवाहर लाल नेहरू ने भी कभी यहां पर भाषण नहीं दिया. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये भाषण कई मायनो में खास हो जाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अलीगढ़ मुस्लिम विश्‍वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगा. आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री एक डाक टिकट भी जारी करेंगे. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी उपस्थित रहेंगे.

एएमयू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल संबोधन से पहले एएमयू कैम्पस के आसपास के क्षेत्रों में सीओ सिविल लाइन अनिल समानिया सिविल पुलिस और आरएएफ कंपनी मार्च कर रही है.
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर एएमयू के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स और आरएएफ के जवान तैनात हैं ताकि अगर कोई माहौल खराब करने की कोशिश भी करे, तो उन पर नकेल कसी जा सके. लगातार पुलिस और आरएएफ का फ्लैग मार्च चल रहा है. यूनिवर्सिटी के बाहर हो रहे फ्लैग मार्च के चलते यूनिवर्सिटी के बाहर हलचल बढ़ गई है.

बैकग्राउंड

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज सुबह 11 बजे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहे है. आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री एक डाक टिकट भी जारी किया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति श्री सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन और केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक भी उपस्थित हैं.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्‍वविद्यालय 1920 में भारतीय विधान परिषद के एक अधिनियम के माध्यम से एक विश्‍वविद्यालय बना था. इस अधिनियम के तहत मोहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल (एमएओ) कॉलेज को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देकर एक विश्वविद्यालय बना दिया गया था. एमएओ कॉलेज की स्थापना 1877 में सर सैयद अहमद खान ने की थी. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर में स्थित इस विश्वविद्यालय का परिसर 467.6 हेक्टेयर भूमि पर फैला है. इसके तीन अन्‍य परिसर केन्‍द्र मलप्पुरम (केरल), मुर्शिदाबाद-जंगीपुर (पश्चिम बंगाल) और किशनगंज (बिहार) में हैं.

एएमयू के लिए आज दिन सिर्फ इसलिए खास नहीं है कि यूनिवर्सिटी अपने 100 साल मना रही है. बल्कि इसलिए भी खास है क्योंकि साल 1964 में लाल बहादुर शास्त्री के बाद से यहां किसी भी प्रधानमंत्री ने भाषण नहीं दिया. भारत के पहले प्रधानमंत्री रहे जवाहर लाल नेहरू ने भी कभी यहां पर भाषण नहीं दिया.

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