Pithoragarh Mock drill. पिथौरागढ़ में इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम(आईआरएस) के तहत आपदा से निपटने की पूर्व तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. मॉक ड्रिल के दौरान पिथौरागढ़ के राजकीय इण्टर कॉलेज आठगांशिलिग और राजकीय इण्टर कॉलेज गुरना मे आपदा प्रबंधन विभाग ने सूचना दी कि पिथौरागढ़ मे भूकंप आने से दो स्कूलों में बच्चे दबे है. सूचना पर आर्मी, आइटीबीपी, एसएसबी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य विभाग और फायर सर्विस समेत तमाम विभाग सक्रिय होकर राहत बचाव कार्य मे जुट गए.


पुलिस लाइन को बनाया गया रेस्क्यू सेंटर


आपदा रेस्क्यू सेंटर पुलिस लाइन मे स्थापित किया गया. जहां घायलों को लाकर उनका उपचार करने और खाने आदि की व्यवस्था मौजूद थी. डीएम आशीष चौहान ने बताया मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ, आर्मी, एसएसबी और आइटीबीपी को इसमें इन्वाल्व किया है. वोलेंटियर और बच्चे भी इसमें इन्वाल्व है. 


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सिचुएशन क्रिएट करके करते हैं रिव्यू


उन्होंने बताया कि हम स्वयं से सिचुएशन क्रिएट करके अलग-अलग डिपार्टमेंटस की तैयारी और उनमें आने वाली कमियों को देख रहे हैं. इसमें प्लानिंग सेक्शन, लॉजिस्टिक सेक्शन, ऑपरेशन सेक्शन और रिंस्पांस आफिर्सस के तौर पर डीएम एक डेस्क पर बैठकर उसको पूरा रिव्यु करते है.


सिर्फ दो मिनट में सक्रिय हो जाती है टीम


वहीं फायर इंपेक्टर प्रेम उपाध्याय ने बताया कि फायर ब्रिगेड पहले आग से संबंधित ही काम करती थी, पर अब पूरे आपातकालीन सेवाओं के लिए तैयार है. हम सामान्य दिनों मे भी ऐसी परिस्थितियों के लिए हमेशा तैयार रहते है. किसी भी आपदा की सूचना पर सिर्फ दो मिनट में हमारी यूनिट सक्रिय हो जाती है. हमारे पास अत्याधुनिक उपकरण है, जिनसे हम राहत एवं बचाव कार्य करते है.


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