लखनऊ. हाथरस कांड में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्यों की फंडिंग को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. केरल में बैठे उनके आका रऊफ शरीफ ने ही मथुरा से पकड़े गए पीएफआई सदस्यों को पैसा भेजा था. यूपी एसटीएफ तिरुवनंतपुरम से गिरफ्तार किए गए पीएफआई की स्टूडेंट विंग के सचिव रऊफ शरीफ को रिमांड पर लेकर अब हाथरस कांड में विदेशी फंडिंग के नेटवर्क को उजागर करेगी. ईडी की 14 दिन की रिमांड पर चल रहे रऊफ शरीफ को रिमांड पर लेकर हाथरस कांड में विदेशी फंडिंग के कनेक्शन को खंगालेगी.


दरअसल, पीएफआई के स्टूडेंट बैंक कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय सचिव रोल शरीफ का नाम मथुरा से पकड़े गए हाथरस कांड के आरोपी अतीक उर रहमान से पूछताछ में आया था. हालांकि ईडी रऊफ की तलाश लंबे समय से कर रही थी, लेकिन हाथरस कांड से कनेक्शन जुड़ते ही यूपी पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी करा दिया. नोटिसे के बाद रऊफ शरीफ तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया.


रऊफ के खातों से भेजे गए 29 लाख रुपये
जांच में पता चला है कि रऊफ ने ही बीते दो साल में मथुरा से पकड़े गए अतीक उर रहमान और केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन के बैंक खातों में 29 लाख 18 हजार रुपए भेजे थे. इतना ही नहीं केरल से हाथरस भेजे गए पत्रकार सिद्धीक कप्पन की यात्रा का पूरा खर्चा भी रऊफ ने उठाया था. रऊफ शरीफ के तीन बैंक खातों में करोड़ 21 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन भी हुआ, जिसमें 31 लाख रुपए खाड़ी देशों से रऊफ के बैंक खातों में भेजे गए. रऊफ के बैंक खातों में भेजी गई यह रकम उस दौर में आई जब देश में सीएए, एनआरसी को लेकर प्रदर्शन शुरू हो रहे थे. दिल्ली में शाहीन बाग पर आंदोलन भी चल रहा था और 19 दिसंबर को लखनऊ समेत तमाम शहरों में हिंसा हुई थी.


रऊफ के बैंक खातों से हाथरस कांड में जा रहे पीएफआई के चार सदस्यों में से अतीक उर रहमान और सिद्दीक कप्पन के खातों में रकम भेजी गई थी. फिलहाल रऊफ से ईडी की टीम 14 दिन की रिमांड लेकर पूछताछ कर रही है. ईडी की पूछताछ के बाद यूपी एसटीएफ भी रऊफ को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी.


ये भी पढ़ें:



39 सालों से न्याय की आस लगाए दुनिया छोड़ गए बेहमई कांड के वादी राजाराम


छत्तीसगढ़ नक्सली हमले में शहीद हुआ मुजफ्फरनगर का लाल, राष्ट्रीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार