पौड़ी गढ़वाल. उत्तराखंड के पहाड़ी जिले में मूलभूत सुविधाओं के अभाव में स्थितियां कितनी गंभीर हैं, इसका अंदाजा पौड़ी जिले के कोट ब्लॉक के हालातों को देखकर लगाया जा सकता है. कोट ब्लॉक के धारी पोखरी, ली गांव समेत दर्जनों गांव ऐसे हैं जो आज तक सड़क की सुविधा से महरूम हैं. सड़क ना होने की वजह से ग्रामीणों को तीन किमी तक पैदल चलना पड़ता है. तबीयत खराब होने पर मरीज को डंडी कंडी में ढोकर अस्पताल ले जाना पड़ता है. 


कई बार तो गंभीर मरीज पैदल दूरी तय करने की वजह से आधे रस्ते में ही दम तोड़ चुके हैं, जिससे ग्रामीणों का गुस्सा शासन और प्रशासन दोनो में फूट रहा है. ग्रामीणों की माने तो सड़क को कुछ साल पहले स्वीकृति भी मिली, लेकिन ये मामला फाइलों तक ही सिमट गया जिससे आज भी ग्रामीणों को सड़क के अभाव में खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. 


ग्रामीण कई बार लोक निर्माण विभाग के चक्कर काट चुके हैं. यहां तक कि नेताओं से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन निराशा के और कुछ हाथ नहीं लगा. अब ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को गांव की स्थिति के बारे में बताया है. ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से गांव को सड़क सुविधा से जोड़ने की मांग की है. 


जिलाधिकारी से मिला आश्वासन
जिलाधिकारी ने बताया कि लोक निर्माण विभाग से भी वे पता करेंगे कि सड़क की अगर स्वीकृति हुई तो इतना विलंब आखिर क्यों हुआ. उन्होंने कहा कि इस मामले को शासन के संज्ञान में भी लाया जायेगा. ग्रामीणों को जिलाधिकारी ने जल्द समस्या के निराकरण का आश्वासन दिया है.


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